क्या आप जानते है अडूसे का पौधे कई बीमारियों को दूर करने में मदद करता है. अडूसा का प्रयोग अधिकतर औषधि के रूप ही किया जाता है. यूनानी और आयुर्वेदिक चिकित्सा की पद्धतियों में अडूसा का उल्लेख एक प्रसिद्ध औषधि के रूप में किया गया है. अडूसा का प्रयोग खासतौर पर ख़ासी और साँस से सम्बंधित रोगों के ईलाज के लिए किया जाता है.रोगों को नष्ट करने की दृष्टि से अडूसा एक बेहद ही उपयोगी औषधि है.
अडूसे के पौधे दो प्रकार के पाए जाते है. एक काले रंग का होता है तथा दूसरा सफेद रंग का होता है. अडूसे के पौधों की ऊचाई लगभग चार से आठ फुट की होती है. अडूसे के पत्ते लम्बे होते है. देखने में ये अमरुद के पत्तो की भांति लगते है. फरवरी मार्च के महीनो में अडूसे के पौधो पर फूल आते है. अडूसा एक झाड़ी दार पौधा है जो समूहों में उगता है. अडूसे के पौधे लगभग हर जगह पर उग जाते है.
अडूसे का प्रयोग दमा जैसी बीमारी से बचने के लिए भी किया जाता है. कफ के प्रकोप से बचने के लिए भी यह उपयोगी है. यह कफ को पूरी तरह से पिघलाकर शरीर से बहार निकलने में बहुत ही सहायक होता है. अडूसे का उपयोग ख़ासी, बुखार, पीलिया आदि बीमारियों को ठीक करने के लिए भी किया जाता है. इसके पत्तो को सूखी, कच्ची जड़ी – बूटी को बेचने वाली दुकान से खरीदा जा सकता है.