नई दिल्ली; चाइल्ड पोर्नोग्राफी से सम्बंधित खबरे देश में आए दिन सुनने को मिलती रहती है, तो वही सुप्रीम कोर्ट भी इसके दुष्प्रभावों पर विचार कर रही है. लेकिन ये सब बाते उस समय बेमानी लगने लगती है जब कोर्ट में पोर्नोग्राफी की वजह से तबाह हो रहे परिवार मदद की गुहार लगाते है.
जी हां इस बार एक महिला ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहां कि उसके पति को गन्दी फिल्मो की लत से बचाया जाये, ये फिल्मे उसकी शादीशुदा ज़िन्दगी तबाह कर रही है ,वह अपना काम छोड़कर घंटो गन्दी फिल्मे देखता है, और आगे कहां कि सुप्रीम कोर्ट को सभी पोर्न साइट्स पर बैन लगवा देना चाहिए. यह साइट्स युवाओ पर गलत असर डालती है.
वही महिला ने मीडिया को बताया कि सोशल वर्क के कामों के दौरान मैंने देखा कि इंटरनेट पर यह गन्दी फिल्मे आसानी से उपलब्ध हो जाती है, और कहां कि ये चीजे देश में पारिवारिक मूल्यों को प्रभावित कर रही है, हर उम्र के लोग ऐसी फिल्मे देख रहे है. उसके बाद वो कहती है कि जब मेंरे पति गुमराह हो सकते हैं तो सोचिए युवाओ पर इसका कैसा प्रभाव पड़ेगा, ज्ञात हो आपको कि पिछले साल ही सुप्रीम कोर्ट ने कई चाइल्ड पोर्न पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहा था.
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