देवघर: झारखंड के देवघर में हुई रोपवे दुर्घटना (Ropeway Accident) में अभी भी 6 व्यक्ति फंसे हुए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन अभी ऑपरेशन जारी है। अबतक हादसे स्थल से 46 व्यक्तियों को रेस्क्यू करके बचाया गया है। वहीं 3 व्यक्तियों की इस दुर्घटना में मौत हो गई है। इस बीच त्रिकुटा की पहाड़ी पर हो रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के चलते 1 महिला नीचे गिर गई है। वहीं इस घटना को लेकर झारखंड उच्च न्यायालय ने स्वत: संज्ञान लिया है। वही रोप वे दुर्घटना मामले पर झारखंड उच्च न्यायालय ने स्वतः संज्ञान लिया है। चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन एवं जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की बेंच ने मामले की तहकीकात के आदेश दिए हैं। उच्च न्यायालय ने पुरे मामले पर प्रदेश सरकार से जवाब तलब करते हुए मामले की सुनवाई के लिए 26 अप्रैल की दिनांक तय की है। आपको बता दें कि सैलानियों को रेस्क्यू करने के चलते वायुसेना का एक सैनिक जो ट्रॉली में फंस गया था उसे भी बचा लिया गया है। बता दें कि सोमवार की शाम को जब रेस्क्यू ऑपरेशन रोका गया तब 20 नंबर ट्रॉली में 5 व्यक्तियों के साथ 1 बच्चा, 19 नंबर ट्रॉली में 2 व्यक्ति, 7 नंबर ट्रॉली में भी 2 व्यक्ति तथा 6 नंबर ट्रॉली में 5 लोग फंसे थे। देवघर जिला के मोहनपुर थाना इलाके के त्रिकुट पहाड़ पर हुए रोपवे दुर्घटना के पश्चात् ट्रॉलियों में लटके व्यक्तियों में कुल 46 लोगों को रेस्क्यू करके बचाया गया। वायु सेना, ITBP, NDRF तथा स्थानीय प्रशासन की टीमें संयुक्त तौर पर रेस्क्यू अभियान में लगी हैं। रोपवे हादसे में बचे लोगों का झलका दर्द, बोले- 'बाबा बैद्यनाथ ने दिया दूसरा जीवन...' मुंबई इंडियंस में रहते समय चहल का शारीरिक शोषण भी हुआ था, सामने आए दो विदेशी क्रिकेटरों के नाम 40 घंटे बाद भी हवा में अटकी कई जिंदगियां, जानिए क्या है अभी हाल?