नई दिल्ली: सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अदार पूनावाला ने गुरुवार (20 अक्टूबर) को कहा कि उनकी कंपनी ने दिसंबर 2021 से कोविशील्ड वैक्सीन का प्रोडक्शन बंद कर दिया है. उस वक़्त उपलब्ध कुल स्टॉक में से करीब 10 करोड़ डोज़ पहले ही एक्सपायर हो चुकी है. विकासशील देशों के वैक्सीन मैन्युफैक्चरर्स नेटवर्क (DCVMN) की सालाना आम बैठक के अवसर पर प्रेस वालों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बूस्टर डोज़ की कोई मांग नहीं है. लोग सुस्त हो गए हैं और महामारी से तंग आ चुके हैं. कोविशील्ड वैक्सीन पर अपडेट के संबंध में पूछे जाने पर पूनावाला ने कहा कि, 'दिसंबर 2021 से, हमने (कोविशील्ड का) प्रोडक्शन बंद कर दिया था. उस वक़्त हमारे पास बहुत डोज़ का स्टॉक था और उसमें से 10 करोड़ खुराक पहले ही एक्सपायर हो चुकी हैं.' उन्होंने आगे कहा कि SII के टीकों को मिक्स करने की इजाजत है. उन्होंने कहा कि, 'अब कोवोवैक्स को दो हफ्ते में इजाजत प्रदान की जानी चाहिए. इसलिए मुझे लगता है कि उनके पास बूस्टर मिक्स करने की नीति होगी और होनी चाहिए. यदि WHO ने इसे मंजूरी दी है, तो शायद भारतीय नियामक इसे इजाजत देगा ही. मगर, इस वक़्त फिर से, बूस्टर की कोई मांग नहीं है. लोग कोरोना वैक्सीन से तंग आ चुके हैं. सच कहूं तो मैं भी इससे तंग आ चुका हूं. हम सब तंग आ चुके हैं. पूनावाला ने कहा, यह उस प्रकार का उत्पाद बन जाएगा कि जब लोग प्रति वर्ष कुछ शॉट लेते हैं, तो वे एंटी-कोरोना वायरस वैक्सीन और अन्य शॉट एक साथ ले सकते हैं. उन्होंने कहा कि, 'भारत में फ्लू शॉट्स लेने का कोई कल्चर नहीं है, जैसा कि हम पश्चिम में देखते हैं. हमने प्रयास किया था और 2010 में कुछ टीके लॉन्च किए थे. 2011 में एच 1 एनआई महामारी के दौरान किसी ने इसे नहीं लिया. लोगों के लिए फ्लू कुछ ऐसा नहीं है, जो भयावह हो, इसलिए वे इसके लिए टीका नहीं लेना चाहते हैं.' बता दें कि कोविशील्ड का निर्माण SII की पुणे फैसिलिटी में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका से मास्टर सीड के साथ किया गया था. सीरम इंस्टिट्यूट ने अप्रैल 2020 में वैक्सीन के निर्माण के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ अपनी साझेदारी का ऐलान किया था. 'योगी आदित्यनाथ बहादुर और ईमानदार हैं..', यूपी सीएम की तारीफ क्यों कर रहा बाहुबली अतीक ? 'श्रीकृष्ण ने सिखाया जिहाद..', बयान से कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ीं, अब पत्रकारों पर भड़के पाटिल यूपी में मान्यता के बिना चल रहे हैं 7189 मदरसे, अब योगी सरकार लेगी एक्शन ?