भारत के महापर्व दीपावली पर धन और समृद्धि की अधिष्ठात्री देवी महालक्ष्मी की पूजा की जाती है.ये हैं भारत के 10 विख्यात लक्ष्मी मन्दिर जिनका विशेष महत्व है- 1.महालक्ष्मी मंदिर, कोल्हापुर कोल्हापुर में स्थित महालक्ष्मी मंदिर देश का सबसे प्रसिद्ध लक्ष्मी मंदिर माना जाता है.कहते हैं इस मंदिर का निर्माण चालुक्य वंश के शासक कर्णदेव ने सातवीं सदी में करवाया था.मंदिर के गर्भगृह में माँ लक्ष्मी की मूर्ति स्थित है.सूर्य की किरणें देवी लक्ष्मी की मूर्ति का का पदाभिषेक करती हुई उनके मुखमंडल को प्रकाशित करती हैं. 2.लक्ष्मी नारायण मंदिर, दिल्ली नई दिल्ली में स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर को बिड़ला मंदिर भी कहते है.यह मंदिर मूल रूप में 1622 में वीर सिंह देव ने बनवाया था.1938 में बिड़ला समूह ने इसका विस्तार और पुनरोद्धार कराया.भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को समर्पित इस मंदिर में जन्माष्टमी और दीपावली पूजा विशेष तौर पर मनाई जाती है. 3.महालक्ष्मी मंदिर, मुंबई अरब सागर के स्थित यह मंदिर शहर के सर्वाधिक प्राचीन और आकर्षक मंदिरों में से एक है.यहाँ कई देवी-देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित हैं.मंदिर में महालक्ष्मी के साथ देवी महाकाली एवं महासरस्वती की प्रतिमाएं एकसाथ विद्यमान हैं.कहते हैं कि मां ने एक ठेकेदार के सपने में आकर समुद्र में से तीनों मूर्तियां निकाल स्थापित करने को कहा.यहां हर दिन श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ती है. 4.पद्मावती मंदिर, तिरुचुरा आंध्र प्रदेश में तिरुपति के पास तिरुचुरा नामक एक गांव है जहां देवी लक्ष्मी को पद्मावती नाम से पूजा जाता है.पौराणिक कथाओं के अनुसार देवी पद्मावती का जन्म इस मंदिर के तालाब में खिले कमल के फूल से हुआ है.मान्यता है कि,तिरुपति बालाजी के मंदिर में मांगी गयी श्रद्धालुओं की मन्नतें तभी पूरी होती है,जब वे बालाजी के साथदेवी पद्मावती का आशीर्वाद लेते हैं. 5. श्रीपुरम का स्वर्ण मंदिर तमिलनाडु के श्रीपुरम गांव में पलार नदी के किनारे अवस्थित महालक्ष्मी मंदिर को 'दक्षिण भारत का स्वर्ण मंदिर' कहा जाता है.100 एकड़ में फैले इस मंदिर के निर्माण में तक़रीबन 15,000 किलोग्राम विशुद्ध सोने का इस्तेमाल हुआ है. 6. महालक्ष्मी मंदिर, इंदौर मध्य प्रदेश के इंदौर में स्थित श्री महालक्ष्मी मंदिर का निर्माण सन 1832 में मल्हारराव होल्कर (द्वितीय) ने करवाया था.इंदौर के मल्हारी मार्तंड मंदिर के साथ इस प्राचीन महालक्ष्मी मंदिर में सुश्रृंगारित प्रतिमा का बहुत अधिक महत्व है. प्रतिदिन यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु देवी महालक्ष्मी का दर्शन करते हैं. 7.अष्टलक्ष्मी मंदिर, चेन्नई इलियट समुद्र तट के पास स्थित यह मंदिर देवी लक्ष्मी के आठ रूप- वंश, सफलता, समृद्धि, धन, साहस, ऐश्वर्य, भोजन और ज्ञान को समर्पित है.ये स्वरुप मंदिर के 4 मंजिल में बने 8 अलग-अलग कमरों में स्थापित है.भगवान विष्णु के साथ देवी लक्ष्मी मंदिर की दूसरी मंजिल में विराजित है. 8.अष्टलक्ष्मी मंदिर, हैदराबाद दक्षिण भारत की वास्तु कला के आधार पर बनाया गया यह मंदिर हैदराबाद के बाहरी इलाके में स्थित है.यहाँ देवी के अष्टरूप में विराजित होने से इस मंदिर की बहुत महत्ता है. 9.लक्ष्मी मंदिर,चैन्नई चैन्नई के वडलूर नाम के क्षेत्र में एक अनोखा मंदिर है जहां भगवान कुबेर और देवी लक्ष्मी एक साथ विराजित हैं.लगभग 4000 स्क्वेयर फ़ीट में बना यह मंदिर 13 लाख रूपये की लागत से तैयार हुआ था. 10.लक्ष्मी नारायण मंदिर,जयपुर 1988 में बिरला परिवार द्वारा इस मंदिर का निर्माण करवाया गया था.विशाल परिसर में बने संगमरमर के इस मंदिर को दक्षिण शैली में बनाया गया है.मंदिर के गर्भगृह में भगवान लक्ष्मीनारायण की बहुत ही सुन्दर मूर्ति स्थापित है. राज्य सरकारें दे सकती हैं दीवाली का तोहफा Funny Video : बच्चों में दिवाली की शुरुआत, कुछ इस तरह हो रही है