जबलपुर : मध्य प्रदेश के कई जिलों में कोरोना का आतंक तेजी से बढ़ता जा रहा है. वहीं जबलपुर में भी कोरोना के मरीज बढ़ते जा रहे है. हालांकि देश के अलग-अलग शहरों से जबलपुर लौटे प्रवासी मजदूरों के वजह से खासकर ग्रामीण अंचलों में कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बरकरार है. हालांकि अभी तक स्थिति काबू में है, लेकिन अगले कुछ दिन महत्वपूर्ण बताए जा रहे हैं. इस बीच पाटन में हालात बिगड़ते दिखाई दे रहे, क्योंकि एक ही परिवार के 10 सदस्य कोरोना की चपेट में आ गए है. वहीं, 20 जून को इस परिवार का 23 वर्षीय युवक व 6 साल की बालिका कोरोना से संक्रमित मिली है. पीपीई किट पहने स्वास्थ्य कर्मी दोनों को जब ले जाने की तैयारी कर रहे थे तब स्वजन ने गले लगाकर, माथा चूमकर उन्हें विदा किया. इतना ही नहीं होम क्वारंटाइन के दौरान युवक के घर के बाहर घूमने फिरने की जानकारी से स्वास्थ्य अधिकारी चिंता में आ गया है. इधर, जिले में अब तक मिले कोरोना के 365 मरीजों में 41 ग्रामीण अंचलों से हैं. जानकारी के लिए बता दें की पाटन में कोरोना के सर्वाधिक 14 मरीज सामने आ गए हैं. एक ही परिवार के कई सदस्यों के संक्रमित होने के बाद अन्य स्वजन के भी संक्रमित होने का खतरा बढ़ता जा रहा है. इन संक्रमितों के वजह से क्षेत्र के कई नागरिक व किराना दुकान में आने वाले ग्राहक भी संदेह के घेरे में आ गए हैं. इस संबंध में पाटन के बीएमओ डॉ. आदर्श विश्नोई ने बताया कि क्षेत्र में लंबे वक्त तक कोरोना का संक्रमण नियंत्रण में रहा. एक परिवार के वजह से हालात बिगड़ने लगे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि बाहर से आए उन प्रवासी मजदूरों में कोरोना संक्रमण का खतरा सामने आया है जो ट्रक व अन्य मालवाहक की सवारी कर जबलपुर पहुंचे थे. इंदौर में कोरोना के 46 नए मामले मिले, सीनियर सर्जन सहित पूरा परिवार संक्रमित इंदौर के पिकनिक स्पॉटों पर इस वजह से लोगों के जाने पर लगा प्रतिबंध अवैध हथियार रखने के मामले में तीन फंसे, यूपी पुलिस ने किया गिरफ्तार