वाशिंगटन: अक्टूबर 2020 में अमेरिका के मियामी के रहने वाले कला संग्रहकर्ता पाब्लो रॉड्रिग्ज-फ्रेल ने दस सेकेंड की एक वीडियो क्लिप खरीदने के लिए 67 हजार डॉलर (तक़रीबन 50.25 लाख रुपये) खर्च किए। दिलचस्प बात यह है कि अगर वह चाहते तो इस वीडियो को ऑनलाइन फ्री में भी देख सकते थे। फरवरी के आखिर में उन्होंने इस वीडियो को 66 लाख डॉलर (लगभग 50 करोड़ रुपये) में बेचा। वीडियो का निर्माण डिजिटल आर्टिस्ट बीपल द्वारा किया गया है। उनका असली नाम माइक विंकलमेन है। इसे 'ब्लॉकचेन' ने प्रमाणित किया था। 'ब्लॉकचेन' डिजिटल सामग्री की मौलिकता और उसके मूल स्रोत के प्रमाणन की जिम्मेदारी संभालता है। यह एक किस्म की नई डिजिटल संपदा है, जिसे नॉन-फंजाइबर टोकन (NFT) के नाम से पहचाना जाता है। कोरोना संकटकाल के दौरान इसकी लोकप्रियता में दिन दोगुनी-रात चौगुनी वृद्धि हुई, क्योंकि बड़ी तादाद में निवेशकों ने उन सामग्री में पूंजी लगाई, जो केवल डिजिटल जगत में ही अस्तित्व में हैं। इन्हें बार-बार अलग-अलग रूप में नहीं पेश किया जा सकता। बता दें कि कंप्यूटर से तैयार दस सेकेंड की वीडियो क्लिप में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलते-जुलते एक विशाल पुतले को धरती पर धराशायी होते दिखाया गया है। यह पूरा पुतला नारों से ढंका हुआ है। A 10-second video clip sold for $6.6 million: A new type of digital asset known as a non-fungible token (NFT) has exploded in popularity as enthusiasts and investors scramble to spend money on items that only exist online https://t.co/2wrD4iFdkS pic.twitter.com/3St8ERSllo — Reuters (@Reuters) March 1, 2021 सत्तारूढ़ दल बहुमत की तलाश में है पाकिस्तान सीनेट चुनाव की गति विप्रो नस्लीय न्याय और सामाजिक समानता को आगे बढ़ाने के लिए WEF की पहल में हुआ शामिल 1961 के बाद से कनाडा की अर्थव्यवस्था रही सबसे ज्यादा ख़राब