लखनऊ: कोरोना महामारी के चलते मध्यम वर्ग के परिवारों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वही इस बीच राज्य में 108, 102 और एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस के कर्मचारियों के वेतन के पेमेंट का संकट समाप्त नहीं हो पा रहा है. करीब 19 हजार कर्मचारियों को अभी तक जून के सैलरी नहीं मिली है. कर्मचारियों का कहना है कि यदि 24 घंटे में बची हुई सैलरी नहीं मिली, तो पुरे राज्य में कार्य बहिष्कार किया जाएगा. इसके साथ ही कर्मचारियों का आरोप है कि संचालक कंपनी जीवीके ईएमआरआई के चार अधिकारी हर माह बिल में धोखाधड़ी करके सरकारी खजाने को हानि पहुंचा रहे हैं. इससे सरकार से बिल पास होने में बेहद परेशानी होती है, और कर्मचारियों को सैलरी भुगतान करने में देरी होती है. सैलरी न मिलने से कर्मचारी शारीरिक व मानसिक तौर पर टूट जाते हैं, इसके दौरान पांच-छह एंबुलेंस पायलट दुर्घटनाग्रस्त होकर अपनी जान भी गंवा चुके हैं. आगे बताते हुए कर्मचारियों ने कहा कि 10 जुलाई को एडिशनल डिस्ट्रिक्ट कमिश्नर की मध्यस्थता में सैलरी भुगतान पर मंजूरी बनी थी. इसके बाद भी अभी तक जून की सैलरी नहीं मिल पाई है. 13 जुलाई को एंबुलेंस कर्मचारियों ने राज्य सीएम, एमडी एनएचएम व कंपनी के अधिकारियों को पत्र लिखकर बकाया सैलरी देने की मांग की थी, किन्तु भुगतान नहीं हुआ. कर्मचारियों का आरोप है कि कंपनी 5480 रुपये प्रतिमाह के हिसाब से 12 घंटे काम कराकर खुलेआम श्रम कानूनों का उल्लंघन कर रही है. वही अब पुरे मामले पर जाँच की जाएगी. अंबाला में सुरक्षित लैंड हुए राफेल, रक्षा मंत्री राजनाथ स‍िंह बोले- IAF की युद्धक क्षमता में वक्त पर बढ़ोतरी हुई केंद्र सरकार लिया बड़ा फैसला, हर हाल में आना होगा कार्यालय कोरोना काल में इस साबुन ने मचाई धूम, बिक्री के मामले में पहली बार बना नंबर 1