नई दिल्ली: दिल्ली के कादीपुर क्षेत्र के रहने वाले एक दसवी कक्षा के छात्र ने आखिरकार अपने बुलंद हौसले और सफलतम प्रयास के बलबूते शिक्षा के अधिकार की जंग जीत ही ली. इस बच्चे ने करीब साढ़े पांच माह अपने शिक्षा के अधिकार की लड़ाई लड़कर अंततः 10वीं कक्षा से 11 वीं कक्षा में जाने का अधिकार पा ही लिया. इसके बाद सीबीएसई बोर्ड ने विद्यार्थी के पास होने का प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया. अब छात्र को कक्षा 11वीं में एडमिशन दिलाने की तैयारी जोरों पर हैं. यह हैं मामला... प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, दिल्ली के कादीपुर क्षेत्र के रहने वाले संदीप (परिवर्तित नाम) ने इस वर्ष सीबीएसई बोर्ड की कक्षा दसवीं की परीक्षा दी थी. इसके बावजूद शिक्षको की बड़ी लापरवाही के कारण छात्र को परीक्षा में अनुपस्थित दर्शा दिया गया, एवं जब बोर्ड परीक्षा के परिणाम जारी हुए तब छात्र को इसमें अनुत्तीर्ण बता दिया गया. इस पर छात्र हताश हो गया, और उसने इस सम्बन्ध में सीबीएसई बोर्ड में मदद की गुहार लगाई, लेकिन यहां उसे खाली हाथ ही रहना पड़ा. बोर्ड ने उसकी कोई मदद नहीं की. इसके बाद इस सम्बन्ध में 15 सितम्बर को मुख्यमंत्री कार्यालय, शिक्षा मंत्री व शिक्षा निदेशक को शिकायत दर्ज कराई गई. अधिकारियों ने बताया... अक्टूबर में मामला आने के बाद इसकी जांच शुरू की गई थी. जांच में बच्चा सही पाया गया है. सीबीएसई ने बीते सप्ताह ही बच्चे को 10 वीं का प्रमाणपत्र जारी कर दिया है. जल्द ही बच्चे को 11 कक्षा में दाखिला दिलाया जाएगा. रमेश नेगी, अध्यक्ष, डीसीपीसीआर दिल्ली. ये भी पढ़ें- मानवता के विकास के लिए नैतिक शिक्षा अनिवार्य: बीके भगवान भाई रेल पटरी टूटते ही बजेगा अलार्म