नई दिल्ली: कोल ब्लॉक आवंटन घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले की जांच करते हुए ईडी ने मंगलवार को एक कंपनी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। जानकारी के अनुसार बता दें कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड की 117 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच कर दी। वहीं प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने बताया कि इस कंपनी की संपत्तियों को अटैच करने के लिए मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत एक अस्थायी आदेश जारी किया गया था। ग्रेनो प्राधिकरण बोर्ड बैठक में हुआ फैसला, नोएडा से ग्रेनो वेस्ट मेट्रो रूट को मिली मंजूरी इसके साथ ही एक बयान में ईडी ने बताया कि जांच के दौरान यह पता चला कि कंपनी ने 17 नवंबर 2007 को बांबे स्टॉक एक्सचेंज बीएसई को झूठी जानकारी दी कि कंपनी को कोल ब्लॉक का आवंटन हुआ है। वहीं बता दें कि वास्तव में कोल ब्लॉक का आवंटन फरवरी 2008 में मेसर्स प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड और मेसर्स एसकेएस इस्पात पावर लिमिटेड को संयुक्त रूप से किया गया था। इसके अलावा स्टॉक एक्सचेंज को दी गई इस झूठी जानकारी से प्रकाश इंडस्ट्रीज के शेयरों में अभूतपूर्व तेजी देखने को मिली। उत्तरप्रदेश: झाड़ियों में महिला का शव मिलने से क्षेत्र में फैली सनसनी, पुलिस जांच में जुटी गौरतलब है कि ईडी ने कहा इस अभूतपूर्व तेजी का कंपनी ने बेजा इस्तेमाल किया और साथ ही कंपनी ने 180 रुपए प्रीमियम पर 62,50,000 वरीयता शेयर जारी कर दिए। बाद में इन शेयरों को पांच चयनित कंपनियों को बेच दिया गया। यहां बता दें कि इस प्रक्रिया के तहत उसे 118.75 करोड़ रुपए शेयर पूंजी के रूप में प्राप्त हुए। साथ ही ईडी ने कहा कि चूंकि स्टॉक एक्सचेंज को दी गई झूठी सूचना से 118.75 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई थी, ऐसे में मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत कंपनी की 117.09 करोड़ की चल-अचल संपत्ति अटैच कर दी गई। खबरें और भी आरएसएस खोलेगा अब उत्तराखंड में मदरसे चुंबन प्रतियोगिता का ऐलान कर विवादों में घिरे विधायक साइमन मरांडी नर्सिंग स्टूडेंट को थप्पड़ मारने पर बीएचयू चीफ प्रॉक्टर के खिलाफ हुई रिपोर्ट