मुंबई. जैसी की पहले से ही आशंका थी; महाराष्ट्र विधानसभा का मानसून सत्र की शुरुआत जबर्दस्त हंगामे के साथ हुई। कृषि कानून, ओबीसी आरक्षण के समर्थन में हंगामा करने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 12 विधायकों को एक साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। इन विधायकों में संजय कुटे, आशीष शेलार, हरीश पिंपले, योगेश सागर, गिरीज महाजन, अभिमन्यु पवार, अतुल भातखलकर, नारायण कुचे और बंटी बांगडीया का नाम शामिल हैं। मानसून सत्र आरंभ होते ही भाजपा विधायकों ने पहले विधानसभा के बाहर OBC आरक्षण, महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (MPSC) और कृषि मुद्दों को लेकर हाथों में बैनर लिए प्रदर्शन करते रहे। इसके बाद सदन के अंदर भी हंगामा किया। बता दें कि इससे पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को अपने एक बयान में कहा था कि विपक्षी पार्टी भाजपा यदि महाराष्ट्र के लोगों का हित के बारे में सोचती है, तो उसे मानसून सत्र में किसी तरह का व्‍यवधान पैदा नहीं करना इस दौरान प्रेस वालों से बात करते हुए संजय राउत बोले,‘ हल्ला-हंगामा कर सरकार को घेरना उचित नहीं है। ऐसा करने से टीकाकरण, कोविड-19, बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था की समस्याओं का हल नहीं निकलेगा। संजय राउत का कहना था कि महाराष्ट्र सरकार के पास चर्चा के लिए कई मुद्दे और लोगों की कई समस्याएं हैं। भाजपा यदि राज्य के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध महसूस करती है, तो वह विधानसभा सत्र बगैर किसी रुकावट के चलने देगी। प्रदेश के लोग भी यही चाहते हैं कि दो दिन का ये सत्र बिना किसी शोर-शराबे के पूरा हो। न्यूजीलैंड में पाऊचाई गई फाइजर के टीकों की अब तक की सबसे बड़ी खेप आज TMC का हाथ थामेंगे प्रणब मुखर्जी के पुत्र अभिजीत, कांग्रेस से रह चुके हैं सांसद Unlock हुआ बिहार, सीएम नितीश ने बताया- क्या खुलेगा और क्या रहेगा बंद ?