पटना: बिहार की राजधानी पटना में स्वतंत्रता दिवस के अपने संबोधन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के युवाओं के लिए सरकारी नौकरियों और रोजगार के अवसरों में वृद्धि का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अब 10 लाख की बजाय 12 लाख सरकारी नौकरियां दी जाएंगी। यह निर्णय आने वाले चुनावों से पहले लागू किया जाएगा। पहले से तय 10 लाख नौकरियों के लक्ष्य में वृद्धि करते हुए, सीएम ने कहा कि अब तक 5 लाख 16 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी दी जा चुकी है और 2 लाख पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। नीतीश कुमार ने कहा कि 2020 में सात निश्चय-2 योजना के तहत 10 लाख नौकरियां और 10 लाख रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 12 लाख नौकरियां और 34 लाख रोजगार कर दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले चार वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में 24 लाख लोगों को रोजगार दिया गया है और अगले साल के चुनाव से पहले 10 लाख और रोजगार देने की योजना है। मुख्यमंत्री ने बिना नाम लिए RJD नेता तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे शुरू से ही युवाओं को नौकरी देने के लिए काम कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग बीच में आकर केवल बातें कर रहे थे। इसके अलावा, उन्होंने 2006 में वर्ल्ड बैंक से कर्ज लेकर राज्य में स्वयं सहायता समूह (सेल्फ हेल्प ग्रुप) के गठन का उल्लेख किया। इस पहल के तहत महिलाओं के लिए "जीविका" नामक योजना चलाई गई, जिसके तहत अब तक 10 लाख 51 हजार स्वयं सहायता समूह बनाए जा चुके हैं और "जीविका दीदियों" की संख्या 1 करोड़ 31 लाख हो गई है। अब शहरी क्षेत्रों में भी इसी तर्ज पर सेल्फ हेल्प ग्रुप का गठन शुरू किया गया है। 14000 आदिवासी बच्चों ने एक साथ गाया राष्ट्रगान, ग्रैमी अवार्ड विनर रिकी केज ने किया आयोजन, Video सरकार ने बांग्लादेश को बेची जा रही बिजली पर चलाई कैंची, कांग्रेस ने फैसले पर उठाए सवाल 'पीएम मोदी के संबोधन में विकसित और आत्मनिर्भर भारत बनाने के संकल्प..', अमित शाह ने की तारीफ