नई दिल्लीः केंद्रीय खेल मंत्रालय ने खेल पुरस्कारों की चयन समिति को लेकर बड़ा ऐलान किया है। सरकार ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के चयन के लिए सिंगल विंडो प्रक्रिया निर्धारित कर दी है। खेल पुरस्कारों के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब शीर्ष खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन, ध्यानचंद, द्रोणाचार्य अवार्ड के अतिरिक्त मौलाना अब्दुल कलाम आजाद ट्राफी, राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार का सेलेक्शन तीन-तीन समितियां नहीं बल्कि 12 सदस्यीय एक समिति करेगी। सबसे अहम बात यह है कि इन पुरस्कारों के लिए मंत्रालय की ओर से गठित की गई सर्वोच्च अदालत के रिटायर जज मुकंदकम शर्मा की अगुवाई वाली कमेटी में टोक्यो ओलंपिक के लिए दावेदारी ठोक रहीं और वर्तमान खिलाड़ी एमसी मैरी कॉम को स्थान दिया गया है। राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 29 अगस्त को राष्ट्रपति भवन में दिए जाने हैं। इसके लिए कमेटी 16 अथवा17 अगस्त के दिन बैठेगी। द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए चेयरमैन को छूट दी गई है कि यदि उन्हें चयन में समस्या आती है तो वह दो अतिरिक्त सदस्यों को कमेटी में शामिल कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार मंत्रालय ने अवार्ड के लिए सिंगल विंडो प्रक्रिया को इस वजह से तरजीह दी है जिससे अर्जुन अवार्ड में चुने नहीं जाने वाले योग्य उम्मीदवारों को लाइफटाइम ध्यानचंद अवार्ड में स्थान दिया जा सके, मगर इसके लिए मंत्रालय को कमेटी के सामने स्वंय नोटिस लेना होगा। अक्सर मौजूदा खिलाड़ियों को कमेटी में शामिल नहीं किया जाता है,मगर मंत्रालय ने इस बार मैरी कॉम को जगह दी है। उनके अलावा विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली इकलौती एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज, टेबल टेनिस खिलाड़ी कमलेश मेहता, फुटबॉलर बाइचुंग भूटिया, पैरा स्पोर्ट्स में द्रोणाचार्य अवार्डी आरडी सिंह, राजेश कालड़ा, कमेंटेटर चारू शर्मा, महिला क्रिकेटर अंजुम चोपड़ा, टॉप्स सीईओ राजेश राजगोपालन, डीजी साई संदीप प्रधान और मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी इंदर धमीजा कमेटी में सम्मिलित हुए हैं। रेसिंग ट्रैक पर हुए हादसे के कारण इस रेसर ने गंवाई जान सौरव गांगुली ने साधा बीसीसीआई पर निशाना बीसीसीआई ने राहुल द्रविड़ को भेजा नोटिस