पेरिस: हाल ही में माली में इस्लामी चरमपंथियों के खिलाफ अभियान चलाने के क्रम में दो हेलिकॉप्टरों के बीच हुई टक्कर में 13 फ्रांसीसी सैनिकों की मौत हो गई. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने मंगलवार को जानकारी देते हुए घटना पर गहरा शोक प्रकट किया. वहीं, उन्होंने लिखित बयान में फ्रांस की सेना के लिए अपना समर्थन जाहिर किया और साहेल क्षेत्र में लगातार बने हुए भय के माहौल का मुकाबला कर रहे फ्रांस के सैनिकों के साहस पर जोर दिया. जंहा बयान में दुर्घटना के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फ्रांस के रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली ने कहा कि दुर्घटना किन परिस्थितियों में हुई, यह पता लगाने के लिए जांच शुरू की गई है. जंहा पश्चिम और मध्य एशिया में चलाए जा रहे अभियान में 4,500 कर्मी शामिल हैं और यह विदेश में चलाया जा रहा है, वहीं फ्रांस का सबसे बड़ा सैन्य मिशन है. जंहा माली में चरमपंथी हमलों में अचानक हुई वृद्धि ने पिछले दो माह में 100 से अधिक स्थानीय सैनिकों की जान ले ली. वहीं इस बात पर भी गौर फ़रमाया गया है कि इस्लामिक स्टेट समूह अक्सर इन हमलों की जिम्मेदारी लेता रहा है. अमेरिका ने कहा था कि पश्चिम अफ्रीका का साहेल क्षेत्र आईएस और अन्य चरमपंथी समूहों के खिलाफ जंग में एक उभरता हुआ मोर्चा है. आईएस सरगना अबु बकर अल बगदादी ने इस साल अपनी मौत से पहले माली और पड़ोसी बुर्किना फासो में वफादारी निभाने के लिए इन चरमपंथियों को बधाई दी थी. ट्रेवल का पूरा आन्नदले दुनिया के इन खूबसूरत रेल रूट्स में, जाने WADA ने झूठें डोपिंग आंकड़ों पर रूस को दिया बड़ा झटका, टोक्यो ओलंपिक में नहीं आएगा नजर अल्बानिया में दशकों का सबसे भीषण भूकंप, कई इमारतें धराशाई, लोगों में दहशत