कानपुर : इंदौर-राजेंद्र नगर एक्सप्रेस ट्रेन जिसे इंदौर पटना एक्सप्रेस के नाम से भी जाना जाता है। रविवार तड़के 3.10 बजे झांसी रेल खंड के पुखराया स्टेशन के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। जिसे लेकर राहत अभियान चलाया गया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। अब इस रेल हादसे को लेकर राहत और बचाव कार्य और भी तेज़ कर दिया गया है। हादसे को लेकर अब जो जानकारी सामने आई है उसके तहत दुर्घटना में मरने वालों की तादाद 138 पर पहुंच गई है तो दूसरी ओर घायलों की संख्या 200 तक पहुंच गई है। घायलों को एंबुलेंस और अन्य आपातकालीन सेवाओं के माध्यम से चिकित्सालय ले जाया गया है। आज सुबह प्राकृतिक रोशनी मिलने से राहत का कार्य और तेज़ हो गया है। संभावना है कि दोपहर तक राहत अभियान पूरी तरह तक समाप्त हो जाएगा। ट्रेन के डिब्बों में लोगों की मौजूदगी की संभावनाओं को तलाशा जा रहा है। एनडीआरएफ और अन्य राहत दलों ने अपना अभियान रातभर चलाया और ट्रेन के डिब्बों में जीवन की संभावनाऐं तलाशीं लेकिन रात में किसी यात्री को निकाले जाने की जानकारी नहीं मिली है। दुर्घटना इतना भयावह थी कि कई यात्रियों को ट्रेन की बोगियां गैस कटर से काटकर निकालनी पड़ीं सबसे अधिक केजुलिटी की जानकारी एस - 2 बोगी से मिली है। हादसे को लेकर भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी संवेदनाऐं व्यक्त की हैं। हादसे की जांच के आदेश रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने दिए हैं। इस मामले में ट्विटर पर ट्विट कर रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने लिखा है कि लोगोें तक मेडिकल और अन्य सहायताऐं पहुंचाई जा रही हैं। गौरतलब है कि हादसे मेें प्रभावितों के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार के अलावा मप्र सरकार ने और रेलवे ने आर्थिक सहायता की घोषणा की थी। हादसे में प्रभावितों के परिजन अपने संबंधियों को हेल्पलाईन सेंटर्स और अस्पतालों की डिटेल के माध्यम से खोज रहे हैं। रेल हादसे ने छीनी सेना के अधिकारियों की जिंदगी ट्रक ने ले ली 5 लोगों की जान