नई दिल्ली: 8 प्रदेशों के 14 इंजीनियरिंग कॉलेजों द्वारा नए अकादमिक साल से चयनित शाखाओं में क्षेत्रीय भाषाओं में पाठ्यक्रम आरम्भ करने के निर्णय का उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शनिवार को स्वागत किया। उपराष्ट्रपति सचिवालय ने ट्वीट किया कि नायडू ने इस पर प्रसन्नता व्यक्त की है कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (SICTE) ने नई एजुकेशन पॉलिसी के प्रावधानों के तहत बी.टेक कार्यक्रम 11 क्षेत्रीय भाषाओं हिंदी, मराठी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, गुजराती, मलयालम, बंगाली, असमी, पंजाबी तथा उड़िया में आरम्भ करने की अनुमति दी है। वही यह निर्णय लिए जाने पर सचिवालय ने 11 भाषाओं में ट्वीट किया। इसमें बताया गया है, 'उपराष्ट्रपति चाहते हैं कि और ज्यादा इंजीनियरिंग कॉलेज तथा अन्य तकनीकी शिक्षा संस्थान क्षेत्रीय भाषाओं में पाठ्यक्रम आरम्भ करें। बीते वर्ष आगामी शैक्षणिक सत्र से इंजीनियरिंग समेत सभी तकनीकी पाठ्यक्रम क्षेत्रीय भाषाओं में भी पढ़ाए जाएंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की अध्यक्षता में एक हाई लेवल मीटिंग में यह अहम फैसला लिया गया था। साथ ही इसके लिए मंत्रालय ने कुछ IITs तथा NITs को सूचीबद्ध भी किया था। बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी जो जेईई (मुख्य) तथा NEET आयोजित कराती है, वह प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सिलेबस भी तैयार करेगी। साथ-साथ UGC को भी निर्देशित किया गया है कि वक़्त पर ही छात्रवृत्ति का वितरण हो तथा उसके लिए एक हेल्पलाइन भी शीघ्र आरम्भ की जाए तथा विद्यार्थियों की सभी शिकायतों का तत्काल हल किया जा सके। पति से हुई अनबन तो पत्नी ने दांव पर लगाई बच्चों की जान, हुई मौत बड़ी खबर: स्पेन ने लियोनेल मेसी के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के मामले को किया ख़ारिज पति से ऐसी परेशान हुई महिला कि फावड़े से ले ली जान