नई दिल्ली: 14 महीने के कटु अनुभव के बाद एक महिला सऊदी अरब से स्वेदश लौट आई है. महिला ने आरोप लगाया है कि सऊदी अरब में उसे गुलाम की तरह काम करने पर मजबूर कर दिया था. महिला का नाम जेसिनता मेनडोनका है जो मुंबई की रहने वाली है. उन्होंने बताया कि वह मुंबई आधारित एक एजेंसी के माध्यम से वो धोखे से सऊदी अरब पहुंच गई थी. एजेंसी ने उन्हें कतर में एक अच्छी नौकरी दिलाने का वादा किया था. जेसिनता को सबसे पहले दुबई ले जाया गया था. वहां से उन्हें बिना कुछ बताए सऊदी अरब ले जाया गया. जहाँ उन्हें यानबु के एक घर में काम करने पर मजबूर किया गया. उन्होंने 14 महीनों तक गुलाम की तरह काम किया. जेसिनता ने मीडिया से कहा कि, यानबु में मुझे नारकीय अनुभव का सामना करना पड़ा. मुझे नियोक्ता की मां, उसकी तीन पत्नियों और उनके बच्चों के तीन मकानों में दिन रात काम करना पड़ा. मेरे साथ जानवर की तरह व्यवहार किया गया. उन्होंने बताया कि नियोक्ता के बच्चे उसे गुलाम कह कर पुकारते थे. जेसिनता ने आरोप लगाया कि उन्हें घर तक ही कैद कर दिया गया था और बाहर जाने की इजाजत नहीं थी. जिसके बाद जेसिनता ने उडुपी के मानवाधिकार रक्षा फाउंडेशन का धन्यवाद किया. जिसने इस वर्ष अप्रैल में सऊदी अरब के एनआरआई फोरम के प्रमुख रोड्रिग्स से संपर्क किया. गुजरात दौरे पर निकले राहुल गर्लफ्रेंड को टच करने पर युवक को मिली मौत की सजा चलती ट्रेन में गैंगरेप का शिकार हुई महिला