चीन में 15 लाख लोग गिरफ्तार, जिनपिंग की ताजपोशी से पहले चरम पर तानाशाही

बीजिंग: शी जिनपिंग लगातार तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी संभालने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। बीजिंग की सड़कों पर भी इसकी तैयारी दिखाई दे रही है। किसी भी प्रकार के विरोध की आवाज का दमन करने के लिए चप्पे-चप्पे पर जवानों की तैनाती की गई है। इसके अलावा 15 लाख से ज्यादा लोगों को अरेस्ट या फिर नजरबंद कर दिया गया है।

रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने ऐसे किसी भी शख्स को भी शहर में प्रवेश करने से रोक दिया है, जिसने किसी कोरोना वायरस से संक्रमित इलाकों का दौरा किया है। इसके साथ ही लोगों के पहचान पत्र की भी गहन जांच की जा रही है। मीडिया रिपोर्ट में चीनी अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि बीजिंग की सड़कों पर तब तक यह पाबंदी जारी रहेगी, जब तक कि ताजपोशी का कार्यक्रम समाप्त नहीं हो जाता है। बता दें कि चीन में प्रत्येक पांच वर्षों में राष्ट्रीय कांग्रेस की बैठक बुलाई जाती है। इस सम्मेलन में देश के अगले नेताओं का अभिषेक किया जाता है। अपने 10 सालों के शासन के दौरान शी जिनपिंग ने माओत्से तुंग के बाद चीन की सत्ता पर पकड़ मजबूत करने वाले दूसरे राजनेता बनकर सामने आए हैं। उन्होंने बड़े पैमाने पर स्वतंत्र नागरिक समाज का सफाया कर दिया है और मानवाधिकार वकीलों को बंदी बना लिया है। 

बीजिंग में सशस्त्र अधिकारी ग्रेट हॉल के चारों तरफ सड़कों पर पेट्रोलिंग करते हैं। अगले रविवार को यहीं से जिनपिंग राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इन दिनों बीजिंग की सड़कों पर साइकिल सवारों को भी रोका जाता है और उनकी गहन जांच की जाती है। सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने पिछले महीने ऐलान किया था कि अधिकारियों ने जून के आखिर तक पूरे देश में 15 लाख से अधिक लोगों को अरेस्ट किया है। 

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