बैंगलोर: कैबिनेट विस्तार करने के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा को अपने ही विधायकों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है. अब भारतीय जनता party (भाजपा) के ही 15 MLA अपने ही सरकार के खिलाफ बागी होते जा रहे हैं. ये MLA एक दूसरे से संपर्क में हैं, और येदियुरप्पा की शिकायत करने दिल्ली शीर्ष नेतृत्व के पास आने की योजना बना रहे हैं. बीएस येदियुरप्पा ने 13 जनवरी को अपने कैबिनेट का विस्तार किया और 7 नए चेहरों का जगह दी. भाजपा विधायकों का कहना है कि कैबिनेट में वैसे लोगों को जगह दी गई है जो पहले से ही सत्ता का सुख भोगते आए हैं और इन्हें मंत्री पद दिए जाने के लिए तय किया गया पैमाना गलत है. बगावत के तेवर अपना रखे इन विधायकों का कहना है कि सरकार वरिष्ठ मंत्रियों और MLC को पद से बाहर करें और युवा टीम के लिए जगह बनाए जो आने वाले दो दशकों तक पार्टी की रणनीति तैयार कर सके. भाजपा MLA शिवानगौडा नायक ने कहा है कि, "जो मंत्री सरकार में 20 महीने तक रह चुके हैं उन्हें हटाकर युवा चेहरों को मंत्री बनाया जाना चाहिए, वरिष्ठ मंत्रियों को पार्टी के लिए काम करना चाहिए और 2023 के चुनाव के लिए रणनीति तैयार करनी चाहिए. सीएम येदियुरप्पा के राजनीतिक सचिव एमएलए रेणुकाचार्य भी हफ्ते में दो बार दिल्ली आ चुके हैं, कैबिनेट में फेरबदल से वह भी नाराज हैं और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मिलने के लिए समय मांग रहे हैं. ममता बनर्जी ने कहा- भाजपा माओवादियों से ज्यादा खतरनाक उड़ीसा ने केंद्र प्रायोजित योजनाओं के लिए 90:10 अनुपात में धन मांगा आज़म खान की यूनिवर्सिटी मामले पर अखिलेश यादव ने योगी सरकार को दी चेतावनी