नई दिल्ली: नोटबंदी के बाद से अब तक 156 बैंकों के अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है। इन पर ये कार्रवाई अपने कार्य में लापरवाही और कालेधन को सफेद करने में शामिल होने आरोपों के चलते किया गया। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में बताया कि नोटबंदी के बाद कई बैंकों के अधिकारी अनियमितताओं में शामिल पाए गए थे। शुरुआती जांच में इन अधिकारियों के गड़बड़ी में शामिल पाए जाने के बाद सरकारी बैंकों से अभी तक 156 बैंक अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है, वहीं 41 अधिकारियों का तबादला भी किया गया। आरबीआई ने बताया कि नोटबंदी के दौरान गैरकानूनी तरीके से बैंकों में नोटों की अदला-बदली के आरोप इन अधिकारियों पर लगे थे। फिलहाल आरोपी अधिकारियों की जांच के लिए आंतरिक जांच का दौर जारी है। साथ ही बैंकों ने पुलिस और सीबीआई के साथ मिलकर शिकायत दर्ज कराई है। अलग-अलग बैंकों में अनियमितता को लेकर अधिकारियों पर की गई इन कार्रवाईयों के बाद आरबीआई ने सभी बैंकों को निर्देश दिया है कि वो अपने स्टाफ के कार्यों पर नजर रखें, साथ ही किसी भी अनियमितता को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाएं। आपको बता दे कि नोटबंदी के बाद अलग-अलग बैंकों से कई ऐसे मामले सामने आए थे जिनमें बैंक के अधिकारियों पर नोटों की अदला-बदली में धांधली और कालेधन को सफेद करने जैसे आरोप लगे थे। और पढ़े- बजटः पहले नोटबंदी, अब मुंहबंदी एटीएम से कैश निकासी में बदलाव बचत खाते से हटेगी नकद निकासी की सीमा HDFC बैंक ने नकद लेन-देन की फीस बढ़ाई