अयोध्या: राम जन्मभूमि अयोध्या में आत्मघाती हमले की 15वीं बरसी पर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं. कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनज़र भीड़ को जमा नहीं होने दिया जा रहा है. इसके साथ ही मठ मंदिर और सरयू स्नान घाट को भी लोगों के लिए बंद कर दिया गया है. इसके अलावा जिले से लगने वाली सभी बॉर्डर्स को भी सील कर दिया है. आईडी चेकिंग के बाद सिर्फ स्थानीय लोगों को ही एंट्री दी जा रही है. अयोध्या एसपी सिटी विजयपाल सिंह ने मीडिया को बताया कि आत्मघाती हमले की आज 15वीं बरसी है. इसलिए सुरक्षा के लिहाज से जिले की सभी बॉर्डर्स को सील कर दिया है और मार्गों पर सुरक्षा पुख्ता कर दी गई है. जिले में आईडी देखने के बाद स्थानीय लोगों को ही एंट्री दी जा रही है. SP सिटी के अनुसार कोरोना संक्रमण को देखते हुए भीड़ जमा न हों, इसके लिए तमाम मठों और मंदिरों को भी बंद कर दिया गया है. साथ ही धार्मिक आयोजनों पर भी रोक लगाई गई है. आपको बता दें कि 15 वर्ष पूर्व यानी कि 5 जुलाई 2005 को राम जन्मभूमि परिसर में आत्मघाती हमला हुआ था. हालांकि सुरक्षाबलों के साथ हुए एनकाउंटर में सभी 5 आतंकी मारे गए थे. उसके बाद से अयोध्या में सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी. कोरोना के चलते आयकर विभाग ने दी राहत, अब 30 नवंबर तक भरें ITR भारत के बाजार में आ सकता है देसी TikTok, इंफोसिस के चेयरमैन ने दिए संकेत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिले पीएम मोदी, आधे घंटे तक कई अहम मुद्दों पर हुई चर्चा