नई दिल्ली: गत वर्ष सत्ता में आई महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार पहली बार बड़ी टेंशन में नज़र आ रही है। पुरानी पेंशन स्कीम (OPS) की मांग को लेकर राज्य के 17 लाख कर्मचारी आज हड़ताल पर हैं। इस हड़ताल को अब सियासी समर्थन भी मिल रहा है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने मौके को देखते हुए फ़ौरन कर्मचारियों की हड़ताल के समर्थन की घोषणा कर दी है। वहीं, शिंदे सरकार ने सोमवार को OPS पर विचार करने के लिए एक पैनल के गठन का भी ऐलान कर दिया है। इसके बाद भी कर्मचारी पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने के ऐलान से कम पर मानने के लिए राजी नहीं हैं। बता दें कि, महाराष्ट्र में जो 17 लाख सरकारी कर्मचारी आज हड़ताल पर हैं, उनमें डॉक्टर, टीचर, नॉन-टीचिंग स्टाफ भी शामिल है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और खुद एकनाथ शिंदे ने भी कर्मचारियों से आगाह किया था कि वे हड़ताल का फैसला वापस ले लें। दोनों ने कहा था कि हम मानते हैं कि सरकारी कर्मचारी और अधिकारी रिटायरमेंट के बाद गरिमापूर्ण जीवन का अधिकार रखते हैं। हम कर्मचारियों की मांगों पर विचार के लिए एक कमेटी बनाएंगे। हालांकि कर्मचारियों ने कहा कि हम सरकार से OPS लागू करने का ऐलान चाहते हैं और उससे कम पर नहीं मानेंगे। सीएम शिंदे ने कहा था कि, 'सूबे के विकास में कर्मचारियों का योगदान महत्पूर्ण है। जनप्रतिनिधि और प्रशासन व्यवस्था के दो पहिये हैं। सैद्धांतिक तौर पर सरकार पुरानी पेंशन स्कीम के खिलाफ नहीं है, मगर हमें इसके लिए रास्ता तलाशना होगा। हम इस संबंध में चर्चा करेंगे कि किस तरह रिटायरमेंट के बाद भी कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा बनी रहे। इस संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों, रिटायर कर्मचारियों को शामिल करते हुए एक कमेटी गठित की जाएगी। जो इस संबंध में सुझाव देगी। उसके आधार पर सरकार कोई फैसला लेगी।' 'जिम्मेदारी के साथ बात करें राहुल गांधी, थोड़ी सच्चाई भी देखें..', RSS ने दी सलाह पंजाब में खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल का समर्थक गिरफ्तार, निहंग साथियों के साथ कार लूटने का आरोप क्या दिल्ली में बंद हो जाएगी बिजली सब्सिडी ? मंत्री आतिशी मार्लेना ने दिया जवाब