रांची: पश्चिम बंगाल में दो स्थानों पर कुरमी समाज का रेल चक्का जाम आंदोलन बृहस्पतिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। 3 दिनों में लाइन जाम से 170 यात्री ट्रेनें कैंसिल कर दी गई हैं। वहीं, रेलवे को 100 करोड़ का नुकसान हो चुका है। इस आंदोलन से 3 प्रदेशों पश्चिम बंगाल, ओडिशा एवं झारखंड के चक्रधरपुर, खड़गपुर, रांची एवं आद्रा रेल मंडल के यात्री प्रतिदिन परेशान हो रहे हैं। रांची रेलमंडल होकर चलने वाली 5 ट्रेन दूसरे दिन बृहस्पतिवार को भी कैंसिल रही। वही दूसरी तरफ दक्षिण पूर्व रेलवे जोन को यात्री टिकट एवं माल ढुलाई में 100 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। दूसरी तरफ तीन दिनों में चक्रधरपुर रेल मंडल के दो हजार टिकट यात्रियों ने कैंसिल कराए हैं। टाटानगर स्टेशन पर ट्रेनें कैंसिल होने से प्रतिदिन यात्री हंगामा कर रहे हैं। कुरमी जाति को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने एवं कुरमाली भाषा को आठवीं अनुसूची में सम्मिलित करने की मांग लोग आंदोलनरत हैं। लाइन जाम की वजह से खड़गपुर, आद्रा व चक्रधरपुर मंडल से अप-डाउन में कई मार्गों की एक्सप्रेस एवं लोकल ट्रेनों को कैंसिल किया गया है, जबकि लंबी दूरी की 42 ट्रेनों का मार्ग बदलने के साथ केवल टाटानगर में पांच ट्रेनों टर्मिनेट किया गया। इससे चक्रधरपुर मंडल को टिकट रिफंड में 65 लाख एवं जेनरल टिकट की बिक्री मद में 15 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है। वही चक्का जाम की वजह से रांची-हावड़ा, आद्रा-बड़काकाना-आद्रा मेमू पैसेंजर, हटिया-खड़गपुर एक्सप्रेस एवं बोकारो स्टील सिटी-आसनसोल-बोकारो स्टील सिटी मेमू यात्री कैंसिल रही। इसके अतिरिक्त हावड़ा-रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस भी रद्द रही। खड़गपुर-रांची-खड़गपुर एक्सप्रेस का आद्रा स्टेशन तक आंशिक समापन हुआ। यह ट्रेन आद्रा-रांची-आद्रा के बीच कैंसिल रही। इसके अतिरिक्त खड़गपुर-हटिया मेमू एक्सप्रेस भी आद्रा एवं हटिया के बीच कैंसिल रही। कट्टरपंथी संगठन PFI के समर्थन में 'कांग्रेस' ने रोक दी अपनी भारत जोड़ो यात्रा ? सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में पत्रकारों ने पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन लाखों का चंदा, पर हिंदी भी नहीं पढ़ पाया 6ठी कक्षा का बच्चा.., मदरसों की पढ़ाई की खुल रही पोल