रतलाम: मध्य प्रदेश के रतलाम के आंबा में तकरीबन दो दर्जन व्यक्तियों ने सनातन धर्म अपनाया है। दीक्षा लेने वाले व्यक्तियों का कहना है कि वो कभी मुस्लिम थे ही नहीं। वे घुमक्कड़ प्रजाति के लोग हैं, जो मांग कर खाते थे। वहीं दीक्षा दिलाने में सम्मिलित एक महाराज का कहना है कि ये सभी शिवपुराण सुनने के लिए आए थे। यहां आकर उनका हिन्दू धर्म जागा तथा उन्होंने कहा कि वे उसी धर्म में वापसी करना चाहते हैं जिसमें उनके पूर्वज थे। यहां सारे समाज के सामने इन्होंने हिन्दू धर्म को कबूल किया है। वही हिन्दू धर्म अपनाने वाले लोगों का कहना है की हम कभी मस्जिद नहीं गए। कभी नमाज नहीं पढ़ी। ना ही मुस्लिम धर्म के अन्य संस्कारों को अपनाया। धर्म परिवर्तन करने वाली एक महिला ने बताया है कि मेरा नाम पहले भी उम्मीद था तथा अब भी यही है। हमारे बाप-दाद हिंदू थे, हम सिर्फ मुसलमान नाम से मांग कर खाते थे। हम सदियों से देवी-देवता पूजते आए हैं। हमें नमाज, कलमा-वलमा कुछ नहीं आता है। धर्म परिवर्तन करने वालों में महिलाएं तथा बच्चे भी सम्मिलित हैं। वहीं महाराज का कहना है कि आंबा में हमने शिवपुराण का संकल्प लिया था। जिसे सुनने के लिए यह लोग आए थे। इस के चलते उनकी भावना जागी तथा कहा कि हम बहुत सताए जा रहे हैं, हमारी पीढ़ियां परेशान है। हमारे पूर्वज जिस धर्म में रहे उस धर्म को धारण करना चाहते हैं। उन्होंने अपने आधार तथा वोटर आईडी कार्ड के साथ शपथपत्र दिया। तत्पश्चात, सारे समाज के सामने उन्होंने हिन्दू धर्म को स्वीकार किया। उनका जनेऊ संस्कार के बाद नामकरण हुआ। इन लोगों ने घर वापसी की तथा हिन्दू धर्म को अपनाया। ये तकरीबन 10-12 के लोग हैं। अब लखनऊ मेट्रो यात्रियों को मिलेगी आनंदी वाटरपार्क में फ्री एंट्री, जानिए कैसे....? देखते ही देखते 'स्पाइडरमैन' बन गए कलेक्टर साहब, लोग हुए हैरान कपिल शर्मा शो के बाद आया 'इंडिया लाफ्टर चैम्पियन', सामने आया ये जबरदस्त प्रोमो