सैन फ्रांसिस्‍को: कोरोनाकाल के बीच भी कई ऐसी विपत्ति हैं जो आन पड़ी है। आप देख रहे होंगे एक तरफ तो कोरोना ने घेरा हुआ है वहीं दूसरी तरफ कई ऐसी तबाही के मंजर देखने के लिए मिल रहे हैं जो हैरान कर रहे हैं। इनमे बाढ़, तूफ़ान, बारिश, आग लगना सभी शामिल है। अब आप देख रहे होंगे कैलिफोर्निया में लगी आग ने पूरे राज्‍य में भारी तबाही मचाई है। जी दरअसल कैलिफोर्निया राज्‍य के गवर्नर ने इसे साल 2020 की सबसे भीषण त्रासदी कहा है। आप सभी को पता ही होगा बीते महीने राज्‍य में लगी इस आग में कम से कम 19 लोगों की मौत हो चुकी है और इसकी चपेट में 30.2 लाख एकड़ भूमि नष्‍ट हो चुकी है। एक वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार इस आग से अब तक 365 भवन पूरी तरह से तहस नहस हो चुके हैं और 32 क्षतिग्रस्त हुए हैं। केवल इतना ही नहीं बल्कि राज्‍य के 29 ह‍िस्‍सों में लगी आग पर काबू पाने के लिए करीब 16,570 अग्निशामक रविवार से जूझते नजर आ रहे हैं। एक वेबसाइट के मुताबिक आग पर काबू पाने के लिए संघ एवं राज्य और स्थानीय प्रशासन की 2,200 से अधिक दमकल गाड़ियां, 388 पानी के टेंडर, 304 बुलडोजर और 104 एयरक्राफ्ट दिन रात काम को अंजमा देने में जुटे हैं। इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है राज्य के इतिहास की यह आग सबसे बड़ी आग है। जी दरअसल बीते रविवार की रात इस आग की चपेट में 2,000 एकड़ से अधिक भूमि आने की खबरें हैं। अब इस समय 14,074 भवनों पर खतरा मंडरा रहा है। हाल ही में फ्रेस्नो और मादेरा काउंटियों में क्रीक फायर से लड़ने वाले अधिकारियों ने कहा कि '35 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा के झोंके ने इसकी तीव्रता को और बढ़ा दिया है।' इसी क्रम में ओरेगन के गवर्नर केट ब्राउन ने बताया कि, 'पिछले तीन दिनों के दौरान आग नौ लाख एकड़ जमीन को अपनी जद में ले चुकी है। अब तक पांच लाख लोगों को घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है। यह प्रांत की कुल 42 लाख की आबादी के 10 फीसद से ज्यादा है। जंगलों में लगी आग के कारण राज्य के इतिहास में जान-माल का अभी तक का सबसे अधिक नुकसान हो सकता है। ओरेगन के पश्चिम में कुछ इलाकों में लोगों को तत्काल घर खाली करने को कहा गया है। कैलिफोर्निया में 68 हजार से अधिक लोगों को घरों को खाली करने का आदेश दिया गया है।' इसके अलावा आने वाले दिनों को और कठिन भी कहा जा रहा है। संसद में भी गूंजा 'ड्रग ट्रैफिकिंग' का मुद्दा, भाजपा सांसद रवि किशन ने की ये मांग नवाब वाजिद अली शाह के प्रपौत्र प्रिंस कौकब कद्र का कोरोना से हुआ निधन धारा 370 हटने के बाद पहली बाद लोकसभा की कार्यवाही में शामिल हुए फारूक अब्दुल्ला