भोपाल: कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए मध्य प्रदेश में ऑक्सीजन प्लांट तेजी से स्थापित करवाए जा रहे हैं। हाल ही में मिली जानकारी के तहत प्रदेश में मार्च 2020 तक किसी भी सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट नहीं था लेकिन अब कुल 190 ऑक्सीजन प्लांट्स लगाए जा रहे हैं। वहीँ खबरों के अनुसार इसमें से अभी तक 68 प्लांट्स स्थापित और 65 प्लांट्स क्रियाशील किये जा चुके हैं। वहीँ दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि सितबंर महीने तक शेष सभी प्लांट्स क्रियाशील हो जायेंगे। आप सभी को बता दें कि मध्यप्रदेश में लगने वाले ऑक्सीजन प्लांट में से 88 पीएम केयर फंड से लगाए जा रहे हैं। वहीँ इसके अलावा 13 मुख्यमंत्री राहत कोष और कार्पोरेट सोशल रिस्पांसबिलटी से और स्थानीय प्रयासों से 89 प्लांट स्थापित किये जा रहे हैं। मिली जानकारी के तहत इन सभी प्लांट्स से कुल 221 मिट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा सकेगा। इसी के साथ ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट्स से सीधे मरीजों तक उपलब्ध कराई जा सकेगी। आप सभी को बता दें कि प्रदेश के 10 अस्पतालों में नए ऑक्सीजन प्लांट्स का वर्चुअली लोकार्पण किया‌‌ गया है। वहीँ लगभग 6।5 करोड़ रूपये की लागत वाले इन 10 ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता 5500 एलपीएम (लीटर प्रति मिनिट) ऑक्सीजन उत्पादन की है। बताया जा रहा है यह प्लांट सीहोर जिले में आष्टा और रेहटी, विदिशा जिले में विदिशा और सिरोंज, खरगोन जिले में खरगोन और बड़वाह, सागर जिले में खुरई के अलावा कटनी, टीकमगढ़ और नरसिंहपुर में स्थापित किये गये हैं। जानिए 'हार्ट अटैक' और 'कार्डियक अरेस्ट' में क्या होता है अंतर ? जिससे हुई सिद्धार्थ शुक्ला की मौत सोने-चांदी के भाव में फिर दर्ज की गई गिरावट, जानिए क्या हैं आज के दाम टूटी बालिका वधु की जोड़ी, प्रत्युषा ने की आत्महत्या तो सिद्धार्थ को आया कार्डियक अरेस्ट