हलद्वानी हिंसा में 2 कांग्रेस नेताओं का भी नाम, शहर में लगे वांटेड के पोस्टर, सीएम धामी बोले- दंगाइयों की पुश्तें याद रखेंगी

देहरादून: उत्तराखंड के हल्द्वानी में बनभूलपुरा में अतिक्रमण हटाने गई पुलिस प्रशासन की टीम पर मुस्लिम भीड़ द्वारा की गई पत्थरबाजी, हिंसा और आगजनी को लेकर अब सरकार एक्शन मोड में है। प्रशासन ने इस हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोईद समेत 9 आरोपितों को वॉन्टेड घोषित करते हुए पूरे शहर में उनके पोस्टर लगा दिए हैं। प्रशासन ने अब्दुल मलिक और उसके बेटे की संपत्ति कुर्क करने की कयावद शुरू की है। वॉन्टेड की सूची में कांग्रेस के दो नेताओं का नाम भी शामिल हैं।

नैनीताल पुलिस ने हल्द्वानी हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक और उसके बेटे सहित 9 आरोपितों के पोस्टर शहर में चिपकाए हैं। इसमें कहा गया है कि आरोपियों के कहीं भी दिखने पर पुलिस को फ़ौरन जानकारी दी जाए। इस पोस्टर में पुलिस के नंबर भी मौजूद हैं। मलिक के अलावा तस्लीम, वसीम उर्फ़ हप्पा, अयाज अहमद, रईस, अब्दुल मोईद, शकील अंसारी, मौकिन सैफी और जिया उल रहमान के नाम उस पोस्टर में दर्ज हैं। बता दें कि, ये सभी दंगाई अभी फरार चल रहे हैं और पुलिस पूरी ताकत से इन्हे तलाश रही है। पुलिस ने कहा है कि जो भी इनकी सूचना देगा, उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी।

शुक्रवार (16 फरवरी) को शहर में लगाए गए पोस्टर में कांग्रेस के दो नेता की भी तस्वीर हैं। इनमें से एक यूथ कांग्रेस का विधानसभा अध्यक्ष मौकिन सैफी और पूर्व पार्षद शकील अंसारी शामिल है। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 15 फरवरी 2024 को हिंसा में वांटेड अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोईद के विरुद्ध लुकआउट सर्कुलर भी जारी कर दिया है। इसके साथ ही अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोईद के बनभूलपुरा स्थित घर को कुर्क कर लिया गया है। कुर्की के दौरान पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर उपस्थित रही। यह जब्ती हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई के लिए की गई है।

बता दें कि अदालत ने 14 फरवरी को इन सभी आरोपितों के खिलाफ कुर्की के आदेश जारी किए थे। कुर्की के लिए नगर निगम ने अब्दुल मलिक को ढाई करोड़ का नोटिस जारी कर दिया था। वहीं, कुर्की के दौरान घटनास्थल पर हल्द्वानी के SP सिटी हरबंस सिंह, CO लालकुआं संगीता, हल्द्वानी के तहसीलदार सचिन कुमार, प्रभारी निरीक्षक डीआर वर्मा, नंदन सिंह रावत, थानाध्यक्ष कालाढूंगी समेत अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

वहीं, हल्द्वानी हिंसा को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार (16 फरवरी) को दंगाइयों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि दंगाइयों पर ऐसी कार्रवाई होगी कि उनकी पीढ़ियाँ याद रखेंगी। उन्होंने हिंसा में जख्मी लोगों से अस्पताल जाकर मुलाकात भी की। उन्होंने कहा कि, 'हम देवभूमि में किसी भी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हम दंगाइयों को नहीं बख्शेंगे। कुछ दिनों में वो अपने आप ही समझ जाएँगे कि उन्होंने आग से खेलने का प्रयास किया है, जो उनको बहुत भारी पड़ेगी।” सीएम धामी ने स्पष्ट कर दिया है कि हल्द्वानी में चलाए जा रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान को रोका नहीं जाएगा।

हल्द्वानी दंगा के मामले में पुलिस अब तक 42 आरोपितों को अरेस्ट कर चुकी है। नैनीताल पुलिस ने जानकारी दी है कि उसने बृहस्पतिवार (15 फरवरी) को पाँच आरोपितों को अरेस्ट किया है। जिन आरोपितों को पकड़ा गया है, उनके नाम हैं- मोहम्मद इस्तकार उर्फ जब्बा, शरीफ उर्फ पाचा, आदी खान, मोहम्मद आसिफ और हुकुम रजा। इनमें से ज्यादातर बनभूलपुरा के ही रहने वाले हैं। बता दें कि 8 फरवरी 2024 को हल्द्वानी के बनभूलपुरा में अतिक्रमण हटाने पहुंची पुलिस और नगर निगम की टीम पर कट्टरपंथी मुस्लिमों की दंगाई भीड़ ने जानलेवा हमला कर दिया था। इसमें बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे।

घटना के दौरान दंगाइयों ने बनभूलपुरा में जमकर बवाल मचाया था। उन्होंने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया था। यही नहीं, मुस्लिम दंगाइयों ने थाना भी फूंक डाला था और वहां से हथियार लूट लिए थे। यहाँ तक कि पहचान देखकर हिंदू पत्रकारों एवं मीडिया कर्मियों पर भी निशाना बनाया था। 

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