मटकी फोड़ने के चक्कर में दो गोविंदाओं की मौत

मुंबई: जन्माष्टमीपर मुंबई एवं आसपास के इलाकों में दही हांडी समारोहों में मानव पिरामिड बनाने के दौरान पालघर और ऐरोली में हुई दुर्घटनाओं में दो लोगों की मौत होने और 117 अन्य के घायल होने का मामला सामने आया है.

गौरतलब है कि पूरे महाराष्ट्र में गोविंदाओं की टोलियों के बीच प्रतिस्पर्धा होती है. बारिश और घायल होने के बावजूद जोश में कोई कमी नहीं देखी गई . जन्माष्टमी का त्योहार घाटकोपर, दादर, लालबाग और भांडुप सहित समूचे शहर में पूरे उत्साह के साथ मनाया गया. हालाँकि इस साल नोट बंदी,जीएसटी और आयकर की चिंता के कारण इस साल दही हांडी का समारोह कुछ फीका रहा.

पुलिस ने बताया कि पालघर में 21 वर्षीय रोहन किनी को हांडी तोड़ने के बाद उसे मानव पिरामिड से नीचे उतारा गया. लेकिन इसके तुरंत बाद उसे मिरगी का दौरा पड़ा. अस्पताल ले जाते समय शाम करीब साढ़े छह बजे उसकी मौत हो गई.जबकि दूसरी घटना ऐरोली में हुई जहाँ जयेश सरले नामक गोविंदा की मौत बिजली के तार की चपेट में आने से हो गई. बता दें कि एक जनहित याचिका की सुनवाई के समय बंबई है कोर्ट को राज्य सरकार ने आश्वस्त किया था कि यह सुनिश्चित करेगी कि 14 साल से कम उम्र के बच्चे दही हांडी पिरामिड बनाने में शामिल न हो.

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