मसौढ़ी : कादिरगंज थाना के खादिरपुर गांव से हैरान करने वाला मामला सामने आया है जहां 20 वर्षीया दिव्यांग युवती की शादी के पाँच दिन बाद उसी के पति ने उसकी शादी अधेड़ से करवा दी और दोनों ने उसके साथ शारीरिक संबंध भी बनाए. युवती के परिजनों ने धनरूआ पुलिस की मदद से उसे अधेड़ के कब्जे से मुक्त कराया. दिव्यांग युवती के पिता के दोस्त ब्रजकिशोर के कहने पर गत 16 दिसंबर को युवती की शादी धनरूआ थाना के धनरूआ मठ ग्रामवासी अरुण कुमार उर्फ गांविंद के साथ हिलसा मंदिर में कर दी गई थी. अरुण ने उसे उसे पटना स्थित एक भाड़े के मकान में दो दिनों तक अपनी पत्नी के रूप में रखा और भाड़े का मकान परिवार रखने लायक नहीं है कहकर उसे वापस मायके पहुंचा दिया. फिर वह 21 दिसंबर को वापस उसे ले आया और अपने गांव के पांच बच्चियों के पिता चंद्रिका यादव से, गांव के ही एक मंदिर में उसकी मांग में सिंदूर भरवाकर शादी करवा दी. चंद्रिका यादव का कोई पुत्र नहीं था इसलिए बेटा पैदा करने के लिए उसने दिव्यांग युवती से दुष्कर्म किया. किसी तरह युवती ने अपने परिजनों को सारा मामला बताया, जिसके बाद पुलिस के सहयोग से उसे चंद्रिका यादव के घर से मुक्त कराया गया. युवती ने शुक्रवार को कादिरगंज थाना में अरुण कुमार, ब्रजकिशोर, चंद्रिका यादव और उसकी दो पुत्रियों समेत आठ के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई. सभी फरार आरोपितों की तलाश जारी है. दुष्कर्मी ससुर ने बहू को ज़िंदा जलाया नाबालिग से शादी कर धर्म परिवर्तन के लिए डाला एसिड परिवार के वोट ना देने पर बच्ची से हैवानियत