दुनियाभर में कई लोग यह सोच कर बैठे हैं कि उन्हें नए साल में अपना घर बदलना है और नए घर में प्रवेश करना है. जी हाँ, ऐसे कई लोग हैं जो नए साल में नया घर लेते हैं और नए घर में प्रवेश करते हैं. ऐसे में अगर सही मुहूर्त में ग्रह प्रवेश ना किया जाए तो घर में रहने वाले लोग परेशानियों से घिर जाते हैं. ऐसे में लोगों को इन्हीं परेशानियों से बचने के लिए हिंदू धर्म शास्त्रों में मुहूर्त देखकर प्रवेश करना चाहिए. जी हाँ, मुहूर्त का बहुत बड़ा महत्व बताया गया है और मुहूर्त देखकर ही सभी काम किए जाने चाहिए. ऐसे में मुहूर्त देखकर ही ग्रह प्रवेश किया जाए तो सही होता है. तो आइए बताते हैं गृह प्रवेश के लिए भी 2019 के मुहूर्त. गृह प्रवेश मुहूर्त चिंतामणी मुहूर्त चिंतामणी - नूतन गृह प्रवेश के लिए उत्तराभाद्रपद, उत्तराफाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा, रोहिणी, मृगशिरा, चित्रा, अनुराधा और रेवती नक्षत्र सर्वश्रेष्ठ हैं और इन तिथियों में सोमवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार हों तो ज्यादा शुभ होगा. वहीं द्वितीया, तृतीया, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी और त्रयोदशी तिथियों में नए घर में प्रवेश करें शुभ होगा. 2 मार्च शनिवार, फाल्गुन कृष्ण 11, उत्तराषाढ़ा नूतन गृह प्रवेश, वास्तुशांति के शुद्ध मुहूर्त 2019 2 मार्च शनिवार, फाल्गुन कृष्ण 11, उत्तराषाढ़ा 13 मार्च बुधवार, फाल्गुन शुक्ल 7, रोहिणी 2 मई गुरुवार, वैशाख कृष्ण 13, उत्तराभाद्रपद 11 मई शनिवार, वैशाख शुक्ल 7, पुष्य 16 मई गुरुवार, वैशाख शुक्ल 12, चित्रा 29 मई बुधवार, ज्येष्ठ कृष्ण 10, उत्तराभाद्रपद 30 मई गुरुवार, ज्येष्ठ कृष्ण 11, रेवती 13 जून गुरुवार, ज्येष्ठ शुक्ल 11, स्वाति 14 जून शुक्रवार, ज्येष्ठ शुक्ल 12, स्वाति 25 अक्टूबर शुक्रवार, कार्तिक कृष्ण 12, उत्तरा फाल्गुनी 9 नवंबर शनिवार, कार्तिक शुक्ल 12, उत्तराभाद्रपद, रेवती 22 नवंबर शुक्रवार, मार्गशीर्ष कृष्ण 10, उत्तराफाल्गुनी 2 दिसंबर सोमवार, मार्गशीर्ष शुक्ल 6, धनिष्ठा 6 दिसंबर शुक्रवार, मार्गशीर्ष शुक्ल 10, उत्तराभाद्रपद 26 जनवरी शनिवार, माघ कृष्ण 6, चित्रा नूतन गृह प्रवेश, वास्तुशांति के अशुद्ध मुहूर्त 2019 26 जनवरी शनिवार, माघ कृष्ण 6, चित्रा 28 जनवरी सोमवार, माघ कृष्ण 8, स्वाति 6 फरवरी बुधवार, माघ शुक्ल 2, धनिष्ठा 7 फरवरी गुरुवार, माघ शुक्ल 2-3, शतभिषा 21 फरवरी गुरुवार, फाल्गुन कृष्ण 2, उत्तराफाल्गुनी 23 फरवरी शनिवार, फाल्गुन कृष्ण 4-5, चित्रा 8 मार्च शुक्रवार, फाल्गुन शुक्ल 2, उत्तराभाद्रपद 9 मार्च शनिवार, फाल्गुन शुक्ल 3, रेवती 20 अप्रैल शनिवार, वैशाख कृष्ण 1, स्वाति 26 अप्रैल शुक्रवार, वैशाख कृष्ण 7, उत्तराषाढ़ा 6 मई सोमवार, वैशाख शुक्ल 2, रोहिणी 23 मई गुरुवार, ज्येष्ठ कृष्ण 5, उत्तराषाढ़ा 18 अक्टूबर शुक्रवार, कार्तिक कृष्ण 4-5, रोहिणी 14 नवंबर गुरुवार, मार्गशीर्ष कृष्ण 2, रोहिणी 18 नवंबर सोमवार, मार्गशीर्ष कृष्ण 6, पुष्य इन 3 राशियों को सबसे ज्यादा पहनना चाहिए सफ़ेद रंग, खुल जाते हैं किस्मत के ताले किसी भी स्त्री को गलती से भी ना कहें यह दो बात वरना... इन दो राशियों के लिए कुबेर होता है पुखराज रत्न, धारण कर लें अभी