लखनऊ: यूपी में लम्बे समय से वर्चस्व की लड़ाई के लिए संघर्ष कर रही बसपा सुप्रीमो मायावती को सपोर्ट देने के लिए उनकी धुर विरोधी रही समाजवादी पार्टी के मुखिया अब उनके साथ कदम ताल मिलाने को तैयार हैं। जानकारी के मुताबिक बता दें कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस को समर्थन देने की बीएसपी की घोषणा के बाद अखिलेश ने भी ट्वीट करके कांग्रेस को समर्थन का ऐलान कर दिया। बता दें कि सपा बसपा के इस कदमताल से पहले भी यह फार्मूला गोरखपुर-फूलपुर लोकसभा के उपचुनाव में अपनाया गया था। सस्पेंस हुआ खत्म, राजस्थान के मुख्यमंत्री बने अशोक गहलोत वहीं सूत्रों के अनुसार बता दें कि अखिलेश यादव गठबंधन की राह में कोई रोड़ा नहीं चाहते हैं। इसीलिए वे मायावती को तवज्जोह दे रहे हैं। गोरखपुर-फूलपुर के लोकसभा उपचुनाव में भाजपा को एसपी ने हराया, लेकिन तेवर और हौसले मायावती के बुलंद हुए। राज्यसभा चुनाव के बाद माया ने अखिलेश के साथ करार किया था कि वे एक दूसरे को सपोर्ट करेंगी। अब भी सख्त निगरानी में रखी हुई है ईवीएम, 45 दिनों तक और सीलबंद रहेगा स्ट्रांग रूम इसके साथ ही बता दें कि मायावती ने राज्यसभा चुनाव में रघुराज प्रताप सिंह ऊर्फ राजा भैया और आरएलडी की भूमिका को लेकर अखिलेश यादव को अनुभवहीन करार दे दिया। इसके बाद से ही सपा ने अपने सभी बड़े सियासी फैसलों में मायावती के अनुयायी के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। 2014 में जीरो और 2017 में 19 सीटों पर सिमटने वाली बसपा के दिन बदलने में एसपी की ही अहम भूमिका रही। खबरें और भी छत्तीसगढ़ चुनाव: कांग्रेस ने पेंशन योजना का वादा तो कर दिया, पर कहाँ से लाएगी इतने करोड़ ? तेलंगाना: केसीआर ने ली सीएम पद की शपथ सचिन पायलट और अशोक गहलोत के साथ राहुल गांधी की बैठक खत्म, जल्द होगा सीएम के नाम का एलान