नई दिल्ली: 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बिहार एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर कोहराम मचा हुआ है, एनडीए के दो प्रमुख घटक दलों जेडीयू और आरएलएसपी में एक दूसरे के ऊपर जारी छींटाकशी के बीच अब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सीटों के बंटवारे को लेकर एक नया तरीका ईजाद किया है. सूत्रों के मुताबिक इस नए फॉर्मूले से जहां आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को तगड़ा झटका लग सकता है, वहीं लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान के लिए यह खुशखबरी है. शाह के इस फॉर्मूले को ही बिहार एनडीए में सीटों के बंटवारे का अंतिम फैसले के तौर पर देखा जा रहा है. IDBI बैंक को हुआ 3,602 करोड़ रुपये का घाटा, 8 तिमाही से लगातार हो रहा नुकसान सूत्रों के अनुसार इस फॉर्मूले को लेकर जो सबसे बड़ी खबर ये है कि आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को गठबंधन से बाहर कर दिया गया है, यानी बिहार में एनडीए अब उपेंद्र कुशवाहा के बिना ही चुनाव मैदान उतरेगी. अमित शाह के नए फॉर्मूले के तहत 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा और जेडीयू बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, दोनों के बीच 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए सहमति बन चुकी है. रामविलास पासवान के लिए शाह के फॉर्मूले में अच्छी खबर है, गठबंधन में उन्हें 6 सीटें दी जाएंगी. वर्तमान में रामविलास पासवान की पार्टी के पास 5 लोकसभा सांसद हैं. नेशनल हेराल्ड मामला: किसके कब्ज़े में रहेगा परिसर, आज सुनवाई करेगा दिल्ली हाई कोर्ट हालांकि, एनडीए में बने रहने को लेकर आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. इससे पहले खबर आई थी कि भाजपा ने उपेंद्र कुशवाहा को गठबंधन के तहत दो सीटों पर चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था, जिसे लेकर उन्होंने नाराजगी जताई थी. बिहार में सीटों को लेकर चल रही रस्साकशी के बीच उपेंद्र कुशवाहा पिछले दिनों आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और लोकतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष शरद यादव से भी बात कर चुके हैं, ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि एनडीए से अलग होने के बाद कुशवाहा महागठबंधन का हिस्सा बन सकते हैं. खबरें और भी:- नोएडा: जेवर एयरपोर्ट के लिए सारी कागजी कार्यवाही पूरी, जल्द किया जाएगा शिलान्यास आज सरकार ने इतने कम किये पेट्रोल-डीजल के भाव एक साथ 70 देशों के प्रमुखों और उच्चाधिकारियों ने किया ताज का दीदार