बीजिंग: चीन के कारण से विश्व भर को कोविड का सामना करना पड़ा। कई देश देखते ही देखते लाशों के ढेर में तब्दील हो चुके है। जिसके उपरांत भी आज तक चीन ने नहीं माना कि उसने कैसे इस वायरस को विश्व में फैलाया? अब चीन द्वारा लॉन्च एक रॉकेट तबाही पैदा कर सकता है। चीन ने 29 अप्रैल को स्पेस में Long March रॉकेट लॉन्च कर दिया था। अब एक्सपर्ट्स का बोलना है कि चीन का कंट्रोल जिससे हट गया है। ये रॉकेट आउट ऑफ कंट्रोल होकर टूट गया है और आसमान से इसके बड़े-बड़े टुकड़े नीचे गिरना शुरू हो गए। ये टुकड़े धरती पर कई देशों पर बरस कर तबाही मचा सकते हैं। एक्सपर्ट्स रख रहे हैं नजर: जंहा इस बारें में कहा गया है कि Jonathan McDowell, जो स्पेस की गतिविधियों पर नजर बनाए रहते हैं, उन्होंने स्पेस न्यूज को कहा कि चीन का रॉकेट टूट गया है। जिसका मलबा अंतरिक्ष में फैला है और ये तेजी से धरती की तरफ गिरना शुरू हो गया। जोनाथन ने मलबे की हालत देख कहा कि ये धरती पर बरस कर कई देशों में तबाही मचा सकता है। जिन देशों को ये मलबा निशाने पर लेगा उसमें न्यूयॉर्क, मेड्रिड, बीजिंग, चिली और न्यूजीलैंड का कुछ हिस्सा है। कहीं भी हो सकता है विस्फोट एक्सपर्ट्स का बोलना है कि चीन का 100 फुट लंबा रॉकेट चार मील प्रति सेकंड की रफ़्तार से नीचे गिरता जा रहा है। जिसके टुकड़े कहीं भी गिर सकते हैं। हो सकता है कि ये भारी जनसंख्या वाली स्थान पर गिर सकते है। या ऐसा भी हो सकता है कि ये किसी खाली जगह पर गिरे। एक्सपर्ट्स निरंतर इसपर नजर बनाए हुए हैं। चीन ने Long March 5B को 29 अप्रैल को लॉन्च किया था। इसके जरिये चीन अंतरिक्ष में नया स्पेस स्टेशन बनाना चाहता था। क्या था चीन का प्लान?: जंहा इस बात का पता चला है कि चीन ने प्लान किया था कि इस रॉकेट के द्वारा स्पेस में Tiangong नाम का चीनी स्पेस स्टेशन बनाया जानें वाला है, जो 2022 तक पूरा हो जाने वाला है। जिसके उपरांत ये स्पेस स्टेशन पृथ्वी के चक्कर लगाकर पृथ्वी की सूचना स्पेस से देगा। लेकिन अब खबर है कि ये रॉकेट अपना कंट्रोल खो चुका है और इसके मलबे कई देशों पर गिरकर तबाही मचा सकते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, चीन को भी इसकी जानकारी है लेकिन अभी तक उसने इसे लेकर कोई चेतावनी जारी नहीं की है। चुनाव खत्म होते ही पेट्रोल-डीजल के दामों में लगी आग, जानिए कितना आया बदलाव किल्लत के बीच गायब हुए 300 ऑक्सीजन सिलेंडर, मचा भारी हंगामा भारत के बीच जीवन रक्षक चिकित्सा उपकरण भेजने के लिए इजरायल ने की मदद