नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज शनिवार (19 अगस्त) को द्वारका एक्सप्रेसवे परियोजना पर "भारी धन कुप्रबंधन" पर एक ऑडिट रिपोर्ट का जवाब दिया। उनोने रिपोर्ट में किए गए इस दावे को खारिज कर दिया कि प्रति किलोमीटर 250 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। बता दें कि, हाल ही में, नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट पर एक सियासी विवाद खड़ा हो गया, जिसमें द्वारका एक्सप्रेसवे के निर्माण की उच्च लागत को दर्शाया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, एक्सप्रेसवे, जो 29.06 किलोमीटर तक फैला है, 250.77 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर की अत्यधिक लागत पर बनाया जा रहा है, जो आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCEA) द्वारा स्वीकृत 18.2 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर से अधिक है। "निर्माण की उच्च लागत" के आरोपों का खंडन करते हुए, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि द्वारका एक्सप्रेसवे CAG रिपोर्ट में उल्लिखित 29 किलोमीटर लंबा नहीं था, बल्कि लगभग 230 किलोमीटर लंबा था, क्योंकि इसमें सुरंगें भी शामिल थीं। उन्होंने कहा कि इस हिसाब से प्रति किलोमीटर 9.5 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने दावा किया कि उन्होंने यही बात CAG अधिकारियों को भी बताई गई और वे स्पष्टीकरण से "आश्वस्त" हो गए। हालाँकि, उन्होंने कहा, इसके बावजूद भी CAG के अधिकारी रिपोर्ट पर आगे बढ़े। 'विपक्षी एकता की सूत्रधार है बीजेपी' विपक्षी गठबंधन भारत के बारे में पूछे जाने पर, नितिन गडकरी ने कहा कि "भाजपा विपक्षी एकता की वास्तुकार है।" उन्होंने कहा कि, "जिनकी विचारधाराएं कभी मेल नहीं खाती थीं, जिन्होंने कभी एक-दूसरे का चेहरा नहीं देखा, जिन्होंने कभी एक साथ चाय नहीं पी थी - अब वे हमसे (भाजपा) लड़ने के लिए एक साथ आ रहे हैं।" गडकरी ने कहा कि भाजपा की ताकत ने विपक्ष को एक साथ आने के लिए प्रेरित किया। आगामी परियोजनाओं पर क्या बोले गडकरी:- अपनी आगामी परियोजनाओं के बारे में बात करते हुए, केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कश्मीर को कन्याकुमारी से जोड़ने के लिए एक एक्सप्रेसवे बनाने की योजना की घोषणा की। कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकार कश्मीर को कन्याकुमारी से एक्सेस कंट्रोल रोड के जरिए जोड़ने की योजना बना रही है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे अगले साल जनवरी या फरवरी तक पूरा होने की संभावना है। 'सरकार के मंत्री अपना मंत्रालय नहीं चला रहे, बल्कि RSS चला रहा..', चीन बॉर्डर से राहुल गांधी ने संघ पर बोला हमला ! 'सहमति से शारीरिक संबंध बनाने की उम्र 16 साल हो..', याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से माँगा जवाब नेताजी बोस के साथ इतना भेदभाव क्यों हुआ ? पुण्यतिथि पर जानिए, कहाँ गया 'आज़ाद हिन्द फ़ौज' का खज़ाना ?