तीन दिन में 250 नीलगायों के मारे जाने से मोदी के दो मंत्री में अनबन

पटना : बिहार के मोकामा जिले में नीलगायों को मारे जाने को लेकर बीजेपी के दो मंत्रियों के बीच ठन गई है। हैदराबाद से मोकामा आए तीन शार्प शूटरों ने बीते तीन दिनों में 250 नीलगायों को मार गिराया है। इससे किसान तो खुश है, क्यों कि इससे उनकी फसलें नष्ट होने से बच जाएगी, लेकिन इस घटना ने दिल्ली में हड़कंप मचा दिया।

केंद्रीय मंत्री मनेका गांधी इसके लिए पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को दोषी ठहरा रही है। देश के कई हिस्सों में किसान नीलगायों के आतंक से परेशान है, लेकिन इनका सफाया करने के चक्कर में केंद्र के दो मंत्री आपस में ही भिड़ गए।

मेनका गांधी ने तल्ख लहजे में कहा कि बिहार में पहली बार इतना बड़ा नरसंहार हुआ है। यहां कोई इस काम के लिए तैयार नहीं हुआ तो बाहर से लोगों को बुलाया गया। इन्हें मारने की जरूरत क्यों है। जंगली जानवरों को मारना शर्म की बात है। इस घिनौने काम के लिए क्यों इजाजत दी गई है।

मेनका के बयान पर जावड़ेकर ने कहा कि किसने क्या कहा उस पर मैं प्रतिक्रया नहीं देता। जब किसानों को नुकसान होता है, तब बहुत तकलीफ होती है। अगर राज्य सरकार प्रस्ताव भेजती है तो ही हम किसी विशेष कार्य के लिए साइंटिफिक मैनेजमेंट के लिए राज्य सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी देते है।

ये केंद्र का कार्यक्रम नहीं है। यह पहले से बने कानून के हिसाब से हो रहा है। फसलों की बर्बादी के कारण वहां के किसान डीएम के आदेश से नीलगायों का सफाया करते है। हैदराबाद के शूटर नवाब शफाथ अली खान और उनके सहयोगी पिछले 4 दिनों से मोकामा इलाके में ऑपरेशन नीलगाय में जुटे हुए हैं। मोकामा में 10,000 से अधिक नीलगायें है, जो कि सलाना लाखों रुपए के फसलों को नुसृकसान पहुंचाती है।

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