बीजिंग. विश्व में महिला-पुरुष संख्या का अनुपात गड़बड़ा रहा है, चीन जैसे सबसे अधिक जनसँख्या वाले देश में लगभग तीन करोड़ पुरुषो के लिए समस्या खड़ी हो सकती है. चीन के सोशल साइंस एकेडमी के रिसर्चर ने चेतावनी दी है, देश में 35 से 59 वर्ष आयुवर्ग में अविवाहित पुरुषो की संख्या 2020 में 1.5 करोड़ हो जाएगी जो की 2050 तक 3 करोड़ तक होने की सम्भावना है. इस हिसाब से चीनी तीन करोड़ पुरुषो को अपने लिए दूसरे देश में पत्नी ढूँढना पढ़ेगी. उन्होंने सरकारी अख़बार पीपुल्स डेली को बताया की काम शिक्षित निचले तबके के पुरुषो के अविवाहित रहने के आसार अधिक है. क्योंकि सिर्फ प्राथमिक शिक्षा या उससे कम शिक्षा प्राप्त करने वाले पुरुषो की संख्या में 2010 के आंकड़ो के हिसाब से 15 फीसदी की बढ़त हुई है. चीन में लिंगानुपात पुरुषो के पक्ष में है, यहाँ लड़को का जन्म दर अधिक हे. ये भी बता दे की वर्ष 2004 में प्रत्येक 100 महिलाओ के लिए दो पुरुष थे जो की संयुक्त निर्धारित किये गए आंकड़े से जरा भी मैच नहीं कहते. संयुक्त राष्ट्र के हिसाब से 100 महिलाओ के लिए 103 से 107 पुरुष होने चाहिए. नेशनल ब्यूरो ऑफ़ स्टेटिस्टिक्स के अनुसार 2016 वर्ष के अंत में चीन में पुरुष और महिला की आबादी क्रमशः 70.8 करोड़ और 67.5 करोड़ दर्ज की गई. ये भी पढ़े चीन को खटक रहा है भारत का ताइवान को लेकर झुकाव चीन 20 वर्ष के इतिहास में पहली बार एयर शो में हुआ शामिल Online shopping में यह देश है सबसे आगे