हैदराबाद: तेलंगाना पुलिस ने बीते रविवार को लश्कर-ए-तैयबा के 3 आतंकियों को गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है ये तीनों मूल रूप से हैदराबाद के रहने वाले हैं। जी हाँ और पुलिस का कहना है कि ये आतंकी शहर में दशहरा आयोजनों और धार्मिक जुलूसों में विस्फोट की योजना बना रहे थे। जी हाँ और इनकी प्लानिंग संघ और भाजपा की बैठकों में हथगोले फेंकने की भी थी। जी दरअसल यह आईएसआईएस से प्रेरित लोन-वुल्फ अटैक के जरिए इन वारदातों को अंजाम देने वाले थे। बताया जा रहा है एसटीएफ ने मूसारामबाग के मोहम्मद अब्दुल जाहेद उर्फ मोटू, मलकपेट के मोहम्मद समीउद्दीन और हुमायूं नगर के माज हसन फारूक को पुराने हैदराबाद में रविवार की सुबह गिरफ्तार किया। खबरों के अनुसार आरोपियों के पास से 4 हैंड ग्रेनेड, 4 लाख रुपये नकद और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं। वहीं सामने आने वाली एक रिपोर्ट के मुताबिक तीनों पर संघ और भाजपा पदाधिकारियों की हत्या की साजिश रचने के आरोप में मामले दर्ज किए गए हैं। जी हाँ और खबर मिली है कि लश्कर-ए-तैयबा के इस स्लीपर सेल का भंडाफोड़ करने वाले स्टेट काउंटर-इंटेलिजेंस सेल और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने आरोपियों के स्टेटमेंट में इसका जिक्र नहीं किया है। वहीं पूछताछ में उन्होंने कबूल किया कि उनकी योजना आतंक फैलाने, दहशत और सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा करने की थी। जी दरअसल तीनों पर गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA Act) के तहत आरोप तय किए गए हैं। जारी है हाथियों का आतंक, खेत की रखवाली कर रहे किसान की गई जान इसी के साथ पुलिस की एफआईआर में 4 अन्य संदिग्धों के नाम हैं: आदिल अफरोज, अब्दुल हादी, सोहेल कुरैशी और अब्दुल कलीम उर्फ हादी। यह सभी फरार हैं। इनके अलावा मुख्य साजिशकर्ता जाहिद ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई, सीमा पार लश्कर संचालकों और हैदराबाद के 3 संदिग्ध आतंकवादियों फरहतुल्ला गोरी, सिद्दीकी बिन उस्मान और अब्दुल मजीद के संपर्क में था, जो फरार हैं। कहा जाता है कि ये तीनों पाकिस्तान में हैं और आईएसआई के लिए काम कर रहे हैं। वहीं एसआईटी के एक अधिकारी ने कहा, ‘जाहिद और उसका समूह त्योहारों के मौसम में आतंक फैलाने के लिए भाजपा, आरएसएस की बैठकों में हथगोले फेंकने और दशहरा आयोजनों में बम विस्फोट की योजना बना रहा था।’ 'अल्पसंख्यक मंत्रालय' ख़त्म करेगी मोदी सरकार ! 2006 में कांग्रेस ने किया था गठन इसी के साथ अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान स्थित हैंडलर, गोरी, हंजाला और मजीद ने हैदराबाद में आतंकवादी हमले को अंजाम देने के लिए जाहिद को और आतंकी भर्ती करने में मदद की और इसके लिए पैसे उपलब्ध कराए। वहीं दो अन्य, समीउद्दीन और माज हसन, जिन्हें रविवार को गिरफ्तार किया गया था, उन्हें जाहिद ने ही भर्ती किया था। जाहिद पहले भी हैदराबाद में हुए आतंकवादी वारदातों में शामिल रह चुका है, जिसमें 2005 में बेगमपेट में पुलिस टास्क फोर्स दफ्तर पर आत्मघाती हमला भी शामिल है। Video: निर्णायक मैच में बाबर आज़म ने टपकाए दो अहम कैच, इंग्लैंड से सीरीज हारा पाकिस्तान राहुल को मिलेगा माँ का साथ, भारत जोड़ो यात्रा से जुड़ेंगी सोनिया गांधी PM मोदी के तोहफों की नीलामी, कंगना रनौत ने इन 2 चीजों पर लगाई बोली