सतना. जिला अस्पताल के एसएनसीयू में शनिवार-रविवार के बीच रात चार घण्टे में तीन नवजात बच्चो की मौत हो गई है. दो नवजात कम वजन के थे जबकि एक बच्चे को साँस लेने में तकलीफ हो रही थी. इस घटना के बाद प्रबंधन सकते में आ गया है और जाँच के बजाय मामले को दबाने में जुटा है. बताया जा रहा है कि शनिवार की रात 12:30 बजे राजेंद्र नगर निवासी मीना पति राजकुमार अहिरवार के बेटे की मौत हो गई. इतना ही नहीं कुछ देर बाद रखसीरबा, कोठी निवासी कलावती पति छोटू के बच्चे ने दम तोड़ दिया. सुबह 4 बजे अमरपाटन से रेफर हुए नवजात बच्चे की मौत हो गई. तीन मौतों के कारण अस्पताल में हड़कंप मच गया. जिला अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि एडमिट किए बच्चे समय से पहले जन्म लिए हुए थे, जिन्हें संक्रमण, साँस लेने में तकलीफ, फेफड़े से खून आने की तकलीफ से पीड़ित थी. परिजनों ने दावा किया कि बच्चो की डिलीवरी निर्धारित समय पर हुई. बच्चों की स्थिति जब गंभीर हो गयी, तब आधी रात को रेफर किया जा रहा था. परिजनों ने आरोप लगाया कि इलाज में लापरवाही के चलते बच्चों की मौत हुई. इसके बाद से परिजन आक्रोशित हो गए है. प्रबंधन इस मामले को दबाने में जुट गया है. बता दे 4 महीने पहले भी तीन बच्चों की मौत हुई थी. यह मौत पांच घंटे के अंतराल में हुई थी. परिजनों ने तब भी इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा मचाया था किन्तु जांच के बाद स्टाफ को क्लीनचिट देकर इलाज में लापरवाही नहीं करना बताया गया था. ये भी पढ़े हॉस्पिटल में एसिड अटैक पीड़िता से मिलकर योगी बोले - दोषियों को कतई बख्शा नही जाएगा ज़्यादा लहसुन से हो सकती है लौ ब्लड प्रेशर की समस्या अखिल भारतीय चिकित्सा सम्मान समारोह सम्पन्न