हाल ही में देश में दलित समाज के लोगों ने 2 अप्रैल को भारत बंद का आह्वान किया था. इसके बाद अब करीब 300 दलित एक बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं. प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, गुजरात के उना तालुक के मोटा समाधिया गांव के दलित परिवार जल्द ही हिन्दू धर्म को छोड़कर बौद्ध धर्म अपना सकते हैं. वे दलितों के साथ बढ़ रहे अत्याचार को लेकर ऐसा कदम उठा रहे हैं. इन दलित समाज के लोगों में ऐसे लोग भी शामिल हैं, जिन्हे साल 2016 में कथित तौर पर एक मरी हुई गाय की खाल उतारने के आरोप में कुछ गौरक्षकों ने अर्द्ध नग्न कर ऊना शहर में उनका जुलूस निकाला था. मिली जानकारी के मुताबिक, समाधिया गांव के लोगों के साथ-साथ इसमें आस-पास के गांव के लोग भी शामिल हैं. इस समबन्ध में जानकारी मिली है कि वे बढ़ते अत्याचार को देखकर बौद्ध धर्म अपनाने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं. बता दे कि धर्म परिवर्तन के लिए पहले दलित समाज के लोगों को ज़िला प्रशासन से अनुमति लेनी होगी. इसके बाद वे धर्म परिवर्तन कर सकते हैं. प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिलहाल जिला प्रशासन को धर्मं परिवर्तन हेतु दलित समाज के लोगों के करीब 300 फॉर्म प्राप्त हो चुके हैं. वहीं दूसरी ओर गांव के लोगो ने बताया है कि रविवार को बुद्ध पूर्णिमा के दिन मोटा समाधिया गांव में होने वाले इस समारोह में और भी लोग शामिल होंगे. धर्म परिवर्तन में बौद्ध भिक्षुओं का भी सहयोग लेना होगा. इसके लिए पोरबंदर से बौद्ध भिक्षुओं को आमंत्रित किया गया है. डॉ. हरीसिंह गौर यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह सतना जिले में नेशनल हाइवे-7 पर हुआ भीषण हादसा 6ठी कक्षा की छात्रा के साथ शिक्षक ने किया ऐसा काम, मिली यह सजा