कोलकाता : पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के अस्तपालों में नर्स के रूप में काम करने वाली लगभग 300 नर्सों ने लोगों के व्यवहार से आहत होकर इस्तीफा दे दिया और वे मणिपुर के लिए रवाना हो गई हैं। कुछ और नर्स भी कोलकाता से रवाना होने वाली हैं। इतनी बड़ी तादाद में नर्सों का इस्तीफा देना चर्चा का विषय बना हुआ है। कोलकाता स्थित मणिपुर भवन के डिप्टी रेजिडेंस कमिश्नर जेएस जॉयरिता ने बुधवार को इस संबंध में जानकारी दी। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, उन्होंने कहा, 'लगभग 60 और नर्सें कल कोलकाता छोड़ देंगी। हमें लोग फोन कर रहे हैं और वे चाहते हैं कि हम मणिपुर वापस लौट जाएं।' इसके पहले बताया गया कि कोलकाता के अस्पतालों में 185 नर्सों ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया है और वे वापस इंफाल लौट गई हैं। क्रिस्टीला नाम की नर्स ने कहा है कि, 'हम अपनी नौकरी छोड़कर खुश नहीं हैं, किन्तु काम के दौरान हमारे साथ भेदभाव किया जाता है। हमपर लोग नस्लीय टिप्पणी करते हैं, यहां तक कि हमारे ऊपर थूका भी जाता है। अस्पतालों में पीपीई किट की कमी है।' केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट पर पश्चिम बंगाल में कोरोना की स्थिति के संबंध में जो जानकारी दी गई है, उसके मुताबिक, राज्य में संक्रमण के 2961 मामले मिले हैं। इनमें से 1074 लोगों को इलाज के बाद ठीक किया जा चुका है जबकि 250 लोगों की जान गई है। देश में गुरुवार तक कोरोन के 112359 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 45300 लोग उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके है जबकि इस महामारी से 3435 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रवासी मजदूरों के लिए महिला पुलिस अधिकारी ने किया ऐसा काम क्या हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा के उपयोग पर मिलने वाली है नई सलाह ? आम्रपाली दुबे का बोल्ड अवतार आया सामने, यहां देखे फोटो