इसी हफ्ते जम्मू और कश्मीर की वर्तमान परिस्थिति का जानकारी लेने के लिए देश के केन्द्रीय मंत्री दौरा करने वाले है. बीते दिनो विदेशी राजनयिकों ने जम्मू और कश्मीर का जायजा लिया था. जिसके बाद उन्होने भारत में समर्थन में बयान दिए थे. लेकिन बता दे कि मोदी सरकार के कुल 57 मंत्रियों में से 36 मंत्री इसी हफ्ते जम्मू और कश्मीर का दौरा करेंगे. अनुच्छेद 370 हटाने और केंद्रशासित प्रदेश के गठन के पांच महीने बाद 18 से 24 जनवरी के बीच केंद्र सरकार के यह मंत्री स्थानीय जनता को सरकार की नीतियां समझाएंगे. घाटी के संवेदनशील क्षेत्रों में अनुच्छेद 370 हटाने के सकारात्मक पहलुओं को स्पष्ट किया जाएगा.गृह मंत्रालय ने बाकी सभी मंत्रालयों के बीच तालमेल रखने का काम करेगा. CAA पर बढ़ा वाद-विवाद, विपक्ष में सुर एक मगर मंच पर... इस मामले को लेकर सूत्रो ने बुधवार को बताया कि जम्मू और कश्मीर के दोनों मंडलों के सभी जिलों में यह तीन दर्जन केंद्रीय मंत्री जाएंगे. इस संबंध में गृह राज्य मंत्री जी.किशन रेड्डी ने जम्मू और कश्मीर के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम को पत्र लिखा है. पत्र में रेड्डी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की इच्छा है कि सभी केंद्रीय मंत्री जम्मू और कश्मीर का दौरा जरूर करें. साथ ही वहां के लोगों को केंद्र शासित प्रदेश के समग्र विकास को लेकर केंद्र की नीतियों के महत्व को समझाएं. इन मंत्रियों को आधारभूत स्तर पर लोगों से मिलने को कहा गया है. साथ ही हर संसदीय क्षेत्र से लेकर ब्लाक स्तर पर बैठकें की जाएंगी. संजय राउत का बड़ा बयान, कहा- मेने की थी दाऊद से मुलाकात... प्राप्त जानकारी के अनुसार जम्मू में 51 दौरे होंगे और श्रीनगर में आठ दौरे होंगे. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी 19 जनवरी को कटड़ा और रईसी जिले के पंथाल क्षेत्रों में जाएंगी. जबकि उसी दिन रेल और वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल श्रीनगर का दौरा करेंगे. जबकि खुद रेड्डी 22 जनवरी को गांदरबल में होंगे. वह 23 जनवरी को मनिगम जाएंगे. केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद 24 जनवरी को बारामूला जिले के सोपोर में जाएंगे.वीके सिंह उधमपुर के टिकरी का दौरा 20 जनवरी को करेंगे. किरण रिजिजू 21 जनवरी को जम्मू के सुचेतगढ़ जाएंगे. भाजपा नेता ने कांग्रेसी मणिशंकर अय्यर को बताया आतंक का दूत, पाकिस्तान जाने पर खतरनाक आलोचना सिख विरोधी दंगे : केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दिया बड़ा बयान मायावती ने पाक मुस्लिमों को बताया पीड़ित, नागरिकता कानून में बदलाव की रखी मांग