11 और 13 साल के बच्चों में मिला ब्लैक फंगस, कर्नाटक में अब तक 39 लोगों की मौत

बैंगलोर: कर्नाटक में ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों के बीच मिंटो आई अस्पताल की डायरेक्टर डॉ सुजाता राठौड़ ने कहा कि 10 मई से हमारे वार्ड में म्यूकरमाइकोसिस (Mucormycosis) के करीब 126 मरीजों का उपचार किया गया, जिनमें से 32 मरीजों की जान जा चुकी है और 20 को रिकवर होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया. हमने 6 मरीजों का इलाज किया है, जिनकी आंखों की रोशनी सही नहीं हुई.

डॉ सुजाता ने कहा कि औसतन 28 से 84 साल के आयु वर्ग के लोग इस ब्लैक फंगस (Black Fungus) से सबसे अधिक प्रभावित हुए. हमने 11 और 13 साल की आयु के दो बच्चों को भी इस फंगल इन्फेक्शन से संक्रमित पाया है. म्यूकरमाइकोसिस अब तक सिर्फ वयस्कों को प्रभावित कर रहा था, हालांकि यह बच्चों में भी पाया जा रहा है और ग्रामीण कर्नाटक में इसके दो केस सामने आए हैं.

बेल्लारी जिले की 11 साल की एक लड़की और चित्रदुर्ग जिले के 13 वर्षीय एक लड़के को ब्लैक फंगस रोग हो गया है. दोनों का यहां के सरकारी अस्पतालों में उपचार चल रहा है और उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है. एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि उन्हें कोविड​​​​-19 हो गया, किन्तु उन्हें इसके बारे में पता नहीं चला. दिक्कत होने के बाद उन्हें अस्पतालों में एडमिट कराया गया.

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