मुंबई: अब रेल यात्रा के दौरान चाय, नाश्ता और भोजन के लिए ज्यादा खर्च करने को तैयार रहिए। रेलवे बोर्ड में पर्यटन एवं खान-पान विभाग के निदेशक की ओर से जारी सर्कुलर से पता चला है कि राजधानी, शताब्दी और दुरंतो ट्रेनों में चाय, नाश्ता और खाना महंगा होने जा रहा है। इन ट्रेनों के टिकट लेते समय ही चाय, नाश्ते और खाने का पैसा भी देना पड़ता है। वहीं, दूसरी ओर ट्रेनों में भी यात्रियों को महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी। राजधानी, दुरंतो और शताब्दी ट्रेनों के लिए लागू की गयी नई दरों के अनुसार, सेकंड एसी के यात्रियों को चाय के लिए अब 10 रुपये की जगह 20 रुपये जबकि स्लीपर क्लास के यात्रियों को 15 रुपये देने पड़ेंगे। दुरंतो के स्लीपर क्लास में नाश्ता या खाना पहले 80 रुपये का मिलता था जो की अब 120 रुपये हो जाएगा। वहीं, शाम की चाय की कीमत 20 रुपये से बढ़कर 50 रुपये होने जा रही है। टिकटिंग सिस्टम में नए मेन्यू और शुल्क को 15 दिनों में अपडेट हो जाएंगे जबकि 120 दिनों (चार महीने) के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा। पहले राजधानी के फर्स्ट एसी कोच में खाना 145 रुपये के बदले 245 रुपये में मिलेगा। संशोधित दरें न केवल प्रीमियम ट्रेनों के यात्रियों को बल्कि आम लोगों को भी प्रभावित करेंगे। रेग्युलर मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में ठीक-ठाक शाकाहारी भोजन 80 रुपये का मिलेगा जो की मौजूदा कीमत 50 रुपये है। इंडियन रेलवे कैटरिंग और टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) रेल यात्रियों को एग बिरयानी 90 रुपये जबकि चिकन बिरयानी 110 रुपये में मुहैया कवि जाएगी। रेग्युलर ट्रेनों में 130 रुपये की कीमत पर चिकन करी भी परोसा जाएगा। सुबह की चाय के मुकाबले शाम की चाय महंगा होने को लेकर रेलवे के एक अफसर ने कहा है कि शाम की चाय के साथ रोस्टेड नट्स, स्नैक्स और मिठाइयां आदि भी दी जा सकती है। रेलवे बोर्ड के एक अफसर ने कीमतें बढ़ाने का साइड लेते हुए कहा हैं, 'हम रेलवे में कैटरिंग सर्विस की क्वॉलिटी सुधारना चाह रहे हैं। इसलिए यह कदम उठाया जा रहा है।' पिछली बार 2014 में दरें बदली गई थीं। रेलवे बोर्ड का सर्कुलर कहता है कि आईआरसीटीसी के कहने पर और बोर्ड के द्वारा ये गठित मैन्यु ऐंड टैरिफ कमिटी की सिफारिशों पर कीमतें बढ़ाने का फैसला लिया जा सका हैं| अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते डॉलर के मुकाबले रूपए की कीमत में भारी गिरावट भारत-अमेरिका बैठक में चिकित्सा उपकरण, जीएसपी समेत अन्य मुद्दों पर होगी चर्चा भारत छोड़ने वाले बयान के लिए वोडाफोन ग्रुप के सीईओ निक ने सरकार से मांगी माफी