जेरूसलम: उत्तरी इजराइल में यहूदियों के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन के दौरान शुक्रवार सुबह भगदड़ मचने से कम से कम 40 लोगों की जान चली गई और 100 से अधिक लोग जख्मी हो गए। माउंट मेरोन में वार्षिक धार्मिक आयोजन लाग बी' ओमर में बड़ी तादाद में लोग जमा हुए थे। इस दौरान पूरी रात अलाव जलाया जाता है, प्रार्थनाएं की जाती हैं और नृत्य किया जाता है। इसी शहर में दूसरी सदी के संत रब्बी शिमोन बार योचाई का मकबरा स्थित है तथा इसे यहूदियों के सबसे बड़े धार्मिक स्थलों में गिना जाता है। इजराइल में बड़े स्तर पर सफल टीकाकरण अभियान के बाद हाल में अनिवार्य रूप से मास्क पहनने में छूट दी गयी थी। टीकाकरण अभियान के बाद इजराइल में संक्रमण के मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। इसके परिणामस्वरूप ''कुछ पाबंदियों के साथ जनजीवन सामान्य'' हुआ और गुरुवार को कई युवाओं खासकर स्कूली बच्चों सहित हजारों की संख्या में लोग आयोजन स्थल पर जुटे। आयोजन के लिए हजारों रूढ़िवादी यहूदी भी रब्बी शिमोन बार योचाई के मकबरे पर आये। इजराइल की राष्ट्रीय आपात सेवा मेगन डेविड एडम (MDA) के अधिकारी ने घटना में कम से कम 38 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका भी जतायी। उन्होंने कहा, ''हमारे कर्मी हजारों लोगों का इलाज कर रहे हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर है। सभी घायलों को निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।'' घटना में लगभग 150 लोग घायल हुए हैं। बंगलादेश में आपातकालीन उपयोग के लिए चीन के सिनोपार्म वैक्सीन को मिली मंजूरी जो बिडेन ने भारत के लिए 100 मिलियन की पहली आपातकालीन कोरोना सहायता की प्रदान आपातकालीन उपयोग के लिए इंडोनेशिया द्वारा चीन की वैक्सीन को मिली मंजूरी