पटना: सिंचाई की किल्लत के चलते किसानों को बहुत हानि होती है. सही वक़्त पर फसलों को पानी नहीं प्राप्त होने पाने के चलते उनकी उपज पर बुरा प्रभाव पड़ता है. बिहार भी इससे अछूता नहीं है. इस प्रदेश का एक हिस्सा बरसात के चलते बाढ़ की चपेट में आ जाता है, तो वहीं दूसरे हिस्से में पानी की किल्लत रहती है. ऐसे में बिहार सरकार किसानों को सुक्ष्म सिंचाई के लिए किसानों को व्यक्तिगत नलकूप लगाने पर सब्सिडी दे रही है. प्रदेश सरकार राज्य में जल का दोहन कम करने के लिए जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत सूक्ष्म सिंचाई पद्धति को लॉन्च किया है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि व्यक्तिगत नलकूप लगाने से लगभग 60 फीसदी पानी की बचत होगी. साथ ही 25 से 30 फीसदी उर्वरक की खपत में भी कमी आएगी, जबकि उत्पादन बढ़ जाएगा. इससे किसानों की आय पहले की तुलना में बढ़ जाएगी. वही पानी की बचत एवं फसलों की सुचारू रूप से सिंचाई हो पाए इसके लिए बिहार सरकार बंपर सब्सिडी दे रही है. प्रदेश सरकार प्रत्येक खेत तक सिंचाई का पानी सूक्ष्म सिंचाई योजना के अंतर्गत व्यक्तिगत नलकूप लगाने पर किसान को अधिकतम ₹40,000 सब्सिडी देगी. विशेष बात यह है कि सूक्ष्म सिंचाई के तहत किसानों को ड्रिप सिंचाई तकनीक एवं माइक्रो स्पिंकलर तकनीक अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. अनुदान का फायदा उठाने वाले किसान उद्या निदेशालय के ऑफिशियल पोर्टल (http://horticulture.bihar.gov.in) पर आवेदन कर सकते हैं. मंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि ड्रिप सिंचाई तकनीक अपने वाले किसान ग्रुप में इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं. SBI में नौकरी पाने सुनहरा मौका, फटाफट कर लें आवेदन लोकसभा में प्रचंड बहुमत से पारित हुआ 'नारी शक्ति वंदन' अधिनियम, केवल दो सांसदों ने विरोध में डाला वोट CGPSC में बड़े घोटाले का आरोप, चीफ जस्टिस ने पूछा- एक ही अधिकारी के इतने रिश्तेदारों का सिलेक्शन कैसे हुआ ?