लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने नोएडा में रविवार (25 जून) को गेमिंग एप के माध्यम से बच्चों का ब्रेनवाश कर उनका धर्मांतरण कराए जाने का मुद्दा उठाया था और लोगों से इसके खिलाफ जागरूक होने की अपील की थी। लेकिन, सीएम योगी की यह सम्भल के समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क को पसंद नहीं आई है। सपा सांसद ने आरोप लगाते हुए कहा है कि इनको देश सुधारने की चिंता नहीं है, बल्कि इस बात में दिलचस्पी है कि मुसलमानों के बच्चे कैसे फंसे। शफीकुर्रहमान बर्क ने दावा किया कि देश के भीतर भुखमरी, महंगाई, बेरोजगारी है। लोगों के पास अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए पैसे नहीं है। लेकिन, इनको चिंता मुस्लिमों और उनके बच्चों को फंसाने की है। सपा सांसद ने कहा कि, मुस्लिमों को जानबूझकर फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। समाज पहले से ही जागरूक है और समाज अपनी स्थिति को खुद जानता है। लेकिन, प्रधानमंत्री मोदी नफरत की नीति बताकर देश को ऐसे नहीं बचा सकते है। सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने आगे कहा कि हम मिटने वाले नहीं हैं। हमारे अल्लाह का आदेश है कि जिस देश में रहो, वहां के वफादार बनकर रहो। इस देश को बचाने के लिए मुस्लिमों ने जान, माल और फांसी पर लटककर कुर्बानियां दी हैं। मुसलमानों ने देश के लिए अपने सीने पर गोलियां खाई हैं। लेकिन, मुस्लिमों की सच्ची बातों पर भी भरोसा नहीं किया जाता। ये लोग झूठे-झूठे मामले निकालकर उसमें मुसलमानों को फंसाने का प्रयास करते हैं। क्या है गेमिंग एप के जरिए धर्मान्तरण का मामला :- बता दें कि, बीते दिनों उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद पुलिस ने एक मौलवी को पकड़ा था, जो गेमिंग एप के जरिए बच्चों को मुसलमान बना रहा था। इस गिरोह का सरगना शाहनवाज नाबालिगों को भगोड़े इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक और पाकिस्तानी मौलानाओं का वीडियो दिखाकर उन्हें कट्टरपंथी बनाता था। इस पूरे रैकेट का मुख्य आरोपित शाहनवाज मकसूद खान नाबालिग छात्रों का ब्रेनवॉश करने के लिए बनाए गए सोशल मीडिया ग्रुप में पाकिस्तानी चैनल यूथ क्लब के वीडियो को साझा करता था। इसमें पाकिस्तानी मौलाना तारिक जमील और भारत के भगोड़े कट्टरपंथी इस्लामी उपदेशक ज़ाकिर नाइक की तकरीरें भी शामिल हैं। देश में तेजी से फैल रहे धर्मान्तरण के इस रैकेट के तार उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और महाराष्ट्र में भी फैले हुए हैं। गुजरात और महाराष्ट्र के एक अनजान कॉलर ने महाराष्ट्र पुलिस को फोन करके जानकारी दी है कि इस गैंग ने अकेले महाराष्ट्र में 400 से ज्यादा लोगों का धर्मान्तरण कराए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, शाहनवाज और उसके गैंग के निशाने पर अधिकतर नाबालिग हुआ करते थे। क्या बोले थे सीएम योगी आदित्यनाथ:- सीएम योगी आदित्यनाथ ने नोएडा में इसी मुद्दे को उठाते हुए कहा था कि हमारी पुलिस ने एक ऐसा मामला पकड़ा है, जिसमें स्मार्टफोन में गेमिंग ऐप के माध्यम से बच्चों का धर्म परिवर्तन किया जा रहा था। ये बहुत बड़ा गैंग है। भोले-भाले बच्चों को स्मार्टफोन देकर ये किया जा रहा है। उन्होंने कहा था कि ये गिरोह केवल यूपी तक सीमित नहीं है, बल्कि देश के लगभग 25 राज्यों में फैल चुका है। गिरोह के लोग गेमिंग एप के माध्यम से अपना शिकार बनाते थे। हमने दिल्ली और मुंबई में देखा है कि किस तरह बच्चियों की हत्याएं हुई है। जब ऐसी घटनाएं यूपी में देखीं तो हम अध्यादेश लाए। कानून तो अपना काम करेगा ही। मगर समाज को भी जागरूक करना होगा। 'कांग्रेस ने खुद भिंडरावाले को भेजकर पैदा किया खालिस्तान मुद्दा, क्योंकि..', पूर्व RA&W अफसर GBS सिद्धू ने खोला चौंकाने वाला राज़ आखिर इंदिरा गांधी के 'इमरजेंसी' लगाने के पीछे कारण क्या था ? खुशवंत सिंह की किताब में है हर सवाल का जवाब मणिपुर में सुरक्षाबलों का बड़ा एक्शन, 135 गिरफ्तार, उग्रवादियों के 12 बंकर तबाह