इंदौर: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. लेकिन शहर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या स्थिर होती नजर आ रही है. बीते कुछ दिनों से रोजाना 1700 से 1800 सैंपलों की जांच हो रही है और इसमें 40-50 के बीच नए संक्रमित मरीज निकल रहे हैं. शनिवार को भी 1788 सैंपलों की जांच हुई. इसमें से 41 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले. चार मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही मृतकों की कुल संख्या 197 तक पहुंच गई है. जो की चिंता का विषय बनता जा रहा है. हालांकि शनिवार देर रात जारी बुलेटिन के मुताबिक अब शहर में 947 सक्रिय मरीज बचे हैं. शनिवार को 17 मरीज डिस्चार्ज किए गए. 11 सैंपल रिजेक्ट हुए हैं और 7 सैंपल रिपीट हुए हैं. महू नगर में फिर सात संक्रमित मरीज मिले हैं. इन संक्रमितों में एक महिला व एक कैदी सहित छह पुरुष शामिल हैं. संक्रमितों की कुल संख्या 176 तक पहुंच गई। जानकारी के लिए बता दें की मध्यप्रदेश का इंदौर देश का ऐसा पहला शहर है, जिसने होम आइसोलेशन का एक हाईटेक पैटर्न बनाया है, जिससे सफलतापूर्वक मरीजों का घर पर इलाज किया जा सकता है. इसकी सफलता का सेहरा इंदौर के जिला कलेक्टर मनीष सिंह को जाता है. मालूम हो की मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर इंदौर ही है. दरअसल, इंदौर में कोरोना मरीजों को घर में रखकर इलाज की जो व्यवस्था बनाई गई है, उससे काफी मदद मिल रही है. इसका बेहतर परिणाम मिलना शुरू हो गए है. साथ ही अत्याधुनिक सुविधा से युक्त कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. सिविल असिस्टेंट सर्जन के 665 पदों पर निकली भर्तियां, मिलेगा आकर्षक वेतन OMG: यूपी में मिला 50 लाख साल से अधिक पुराना हाथी का जबड़ा, दंग रह गए लोग देवास में फिर बढ़े कोरोना के मामले, 14 नए पाॅजिटिव केस मिले