नई दिल्‍ली : संविधान को सबसे ऊँचा मना गया है और इसे ऊपर कोई भी नहीं है. इसी संविधान के ऊपर बीजेपी सरकार के मंत्री ने बयान दिया है वे इस बयान को देकर पूरी तरह से विवादों में घिर गए है लेकिन उनके इस बयान से जहां उनकी ही पार्टी के लोग पल्ला झाड़ रहे है वहीँ विपक्ष में बैठी पार्टी ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने सविधान को लेकर बयान दिया था इस बयान की वजह से एक बार फिर से विवादों में घिरते जा रहे हैं. जहां उनके इस बयान से भाजपा ने पल्‍ला झाड़ लिया, तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने उनके लाभबंद होते हुए, उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वहीँ संसद के दोनों सदनों में हंगामा करने के बाद गुरुवार को कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में पार्टी नेता संसद परिसर के भीतर महात्‍मा गांधी की प्रतिमा के सामने हेगड़े के बयान को लेकर विरोध-प्रदर्शन करते दिखे है. केंद्रीय कौशल विकास व उद्यमिता मंत्री हेगड़े ने हाल ही में कर्नाटक के कोप्पल जिले में एक समारोह में कथित तौर पर कहा था कि जो लोग खुद को धर्मनिरपेक्ष व बुद्धिजीवी मानते हैं, उनकी अपनी कोई पहचान नहीं होती है. वे अपनी जड़ों से अनजान होते हैं. हमारी पार्टी संविधान को बदलने के लिए सत्ता में आयी है. विवाद बढ़ता देख हेगड़े ने अपने बयान पर सफाई दी है. उन्‍होंने कहा है कि मेरे बयान के कारण लोकसभा और राज्‍य सभा में गतिरोध उत्पन्न हो गया है. इस संबंध में मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि संविधान, संसद मेरे लिए सर्वोपरि है. आगे उन्‍होंने आगे कहा कि मैं संविधान, संसद और बाबा साहेब अंबेडकर का सम्‍मान करता हूं. संविधान मेरे लिए सर्वोपरि है. इस पर कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता है. एक नागरिक के तौर पर मैं कभी भी इसके खिलाफ नहीं जा सकता हूँ . मैंने अपने किरदार के साथ पूरा न्याय किया है- रुपांजना मित्रा भगवान को भी परेशान कर देते लोग अगर ऐसा होता ‘जीजाजी छत पर हैं’ में दिखेंगे अनूप, सोमा और योगेश