मध्य प्रदेश के कई शहरों में कोरोना अपने पैर पसार चूका है. अब जबलपुर में कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 43 हो गई है, जिसमें से एक की मौत हो चुकी है और 7 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं. शुक्रवार को आईसीएमआर एनआईआरटीएच द्वारा जारी रिपोर्ट में आईपीएस अधिकारी समेत 12 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए है. रिपोर्ट जारी होने के बाद स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमित मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री की पतासाजी में जुट गया है. बता दें की शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में गढ़ा सीएसपी रोहित काशवानी आईपीएस सहित एक ही परिवार के उत्तमचंद जैन निवासी दरहाई सराफा, संध्या जैन, सरिता जैन, ब्रजेश जैन, समुंदी बाई, रितिक जैन, संजय जैन, सुदेश जैन संक्रमितों में शामिल हैं. भोपाल से आए संदीप तिवारी को भी संक्रमित पाया गया. इसी प्रकार दो अन्य मरीज वंदना राठौर और सजल राठौर पूर्व में कोरोना पॉजिटिव सुशील राठौर के परिवार के ही हैं. एक दिन में मिले कोरोना संक्रमितों की यह शहर में अब तक की सबसे बड़ी संख्या है. मिली जानकारी के अनुसार इंदौर से जबलपुर लाया गया कोरोना पॉजिटिव बंदी जावेद 20 अप्रैल को मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से भाग गया था. जिसे नरसिंहपुर में रायसेन की सीमा पर तेंदूखेड़ा में गिरफ्तार कर लिया गया था. अगले दिन उसे जबलपुर लाने के लिए गढ़ा सीएसपी काशवानी समेत अन्य पुलिस अधिकारी व जवान तेंदूखेड़ा गए थे. इससे पूर्व जिस वार्ड से जावेद भागा था, काशवानी समेत अन्य अधिकारियों ने उसका जायजा भी लिया था. इसी प्रकार कोरोना पॉजिटिव संदीप तिवारी दो दिन पूर्व भोपाल से आया था. जिसे पाटन चेकपोस्ट पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रोककर अस्पताल में क्वारंटाइन करा दिया था. उत्तमचंद जैन व उसके परिवार के अन्य सदस्यों में कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर जाकर इसलिए सदस्यों के सैंपल लिए थे क्योंकि लॉकडाउन में भी जैन परिवार के सदस्य शहर में जहां-तहां घूम रहे थे. भोपाल में बढ़ा कोरोना का संकट, तीन दिन में 6 डॉक्टर हुए संक्रमित इंदौर में 56 कोरोना पॉजिटिव मिले, कुल आंकड़ा 1085 तक पंहुचा आगरा समेत इन जिलों ने शासन की बढ़ाई परेशानी, लगातार सामने आ रहे नए मामले