नई दिल्ली: भारत और एशिया के दूसरे सबसे रईस व्यक्ति गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले अडाणी समूह को बड़ा झटका लगा है। ऐसा इसलिए क्योंकि नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड ने तीन विदेशी फंड्स Albula इन्वेस्टमेंट फंड, क्रेस्टा फंड और एपीएमएस इन्वेस्टमेंट फंड के अकाउंट फ्रीज कर दिए हैं। इनके पास अडाणी ग्रुप की चार कंपनियों के 43,500 करोड़ रुपये से अधिक के शेयर हैं। यह खबर गौतम अडाणी के लिए किसी झटके से कम नहीं है। इससे अडाणी की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। अडानी की कई कंपनियों में लोअर सर्किट तक लग गया है। शेयर बाजार में कारोबार की शुरुआत होते ही अडाणी एंटरप्राइज के शेयर में 10 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे लोअर सर्किट लग गया। इसके बाद अडाणी ग्रीन में भी लोअर सर्किट लगा। बता दें कि जिन तीन कंपनियों के अकाउंट फ्रीज हुए हैं, उन तीनों की एडानी एंटरप्राइजेज में 6.82 प्रतिशत, अडाणी ट्रांसमिशन में 8.03 प्रतिशत, अडाणी टोटल गैस में 5.92 प्रतिशत और अडाणी ग्रीन में 3.58 प्रतिशत हिस्सेदारी है। NSDL की वेबसाइट के मुताबिक, इन खातों को 31 मई को या उससे पहले ही फ्रीज कर दिया गया था। खाते फ्रीज होने से ये फंड अब न तो अपने अकाउंट के शेयर बेच सकते हैं और न ही नए शेयर खरीद सकते हैं। ये तीन फंड्स बाजार नियामक SEBI में विदेशी पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स के तौर पर पंजीकृत हैं और मॉरीशस से अपना कामकाज चलाते हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इन कंपनियों पर ओनरशिप के बारे में पर्याप्त जानकारी न देने के कारण कार्रवाई की गई है। प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत बेनिफिशियल ऑनरशिप के बारे में पूरी जानकारी देनी अनिवार्य है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 200 अंक से आया नीचे सरकार ने राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के डेटा उल्लंघन से किया इंकार धर्मेंद्र प्रधान ने कल्याणकारी योजनाओं पर सरकारी खर्च का हवाला देते हुए ईंधन की ऊंची कीमतों का किया बचाव